RASHTRA DEEP NEWS
राजस्थान की सबसे बड़ी सरकारी अस्पताल सवाई मान सिंह में मोतियाबिंद ऑपरेशन के बाद 18 लोगों की आंखों की रोशनी चली गई। इनमें से कई लोगों को फिर से अस्पताल में बुलाकर फिर तीन बार ऑपरेशन किया गया गया है। फिर भी उन्हें दिखाई नहीं दे रहा है। इनमें से ज्यादा तर लोगों का ऑपरेशन चिरंजीवी स्वास्थ्य योजना के तहत किया गया था।
पीड़ित मरीजों को पिछले महीने एसएमएस अस्पताल में भर्ती कराया गया था। वहां उनका मोतियाबिंद का ऑपरेशन किया गया। बता दें कि ‘चिरंजीवी स्वास्थ्य योजना’ अशोक गहलोत के नेतृत्व वाली राजस्थान सरकार की पसंदीदा परियोजनाओं में से है। जानकारी के अनुसार, कुछ मरीजों ने आंख के ऑपरेशन के बाद गंभीर दर्द की शिकायत भी की। डॉक्टर ने उन्हें फिर से अस्पताल में भर्ती होने के लिए कहा। कुछ मरीजों का तीन बार ऑपरेशन किया गया।
मगर, दो हफ्ते से ज्यादा समय बीत जाने के बावजूद खोई हुई दृष्टि वापस नहीं आ पाई। पीड़ित मरीज चंदा देवी ने बताया से बात की कहा कि एक आंख से बिल्कुल दिखाई नहीं दे रहा है। आंख में दर्द हो रहा है और पानी आ रहा है। डॉक्टर ने कहा कि इन्फेक्शन हो गया है। पहले से थोड़ा कम हुआ है। धीरे-धीरे ठीक हो जाएगा।
मरीजों के रिश्तेदारों ने बोला की इस भयानक गड़बड़ी के सामने आने के बाद अस्पताल अपनी जिम्मेदारी से बचने की कोशिश कर रहा है।
डॉक्टर से कोई चूक नहीं हुई- स्वास्थ्य मंत्री
वहीं इस मामले में स्वास्थ्य मंत्री परसादी लाल मीणा का कहना है कि डॉक्टर से कोई चूक नहीं हुई है। वहीं, एसएमएस अस्पताल के नेत्र रोग विभाग के एचओडी डॉ. पंकज शर्मा ने बताया कि हमारे यहां न ओटी की कोई कमी है, न ही डॉक्टर की। अभी माइक्रोबायोलॉजी की जांच चल रही है।