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आबू-पिंडवाड़ा विधानसभा क्षेत्र के शेरगांव के मतदाता पहली बार अपने ही गांव में मतदान कर पाएंगे। अधिकारियों ने कहा कि इस गांव के ग्रामीणों के मतदान के लिए चुनावकर्मी 18 किलोमीटर पैदल चलकर मतदान केंद्र तक पहुंचेंगे मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रवीण गुप्ता ने कहा कि सुगम और समावेशी मतदान के लिए निर्वाचन विभाग ने दुर्गम, दूरदराज और कम आबादी वाले इलाकों में भी मतदान केंद्र बनाने की व्यवस्था की है। राज्य में दुर्गम पहाड़ी इलाकों से लेकर, बहुत कम आबादी वाले रेगिस्तान में भी मतदान केंद्र बनाए जाएंगे।
गुप्ता ने बताया कि सिरोही जिले के आबू-पिंडवाड़ा विधानसभा क्षेत्र में 4921 फुट की ऊंचाई पर स्थित शेरगांव के मतदाता इस साल पहली बार अपने ही गांव में मतदान कर पाएंगे। उन्होंने कहा कि चुनावकर्मी वक कर्मियों की मदद से घने जंगल में करीब 18 किलोमीटर तक पगडंडियों पर पैदल चल कर इस मतदान केंद्र तक पहुंचेंगे।Get Appउन्होंने कहा कि यहां 117 मतदाताओं के लिए मतदान केंद्र बनाया गया है। पहले शेरगांव के मतदाताओं को वोट देने के लिए दूरदराज के एक और उतरज गांव के मतदान केंद्र तक जाना होता था। इस बार, उतरज गांव में 238 मतदाताओं के लिए मतदान केंद्र बनाया जाएगा।