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राजस्थान के बाड़मेर जिले की सात विधानसभा सीटों पर 62 प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला 14.90 लाख वोटर्स ने तय कर दिया है। 3 दिसंबर को मतगणना के बाद परिणाम सामने आएगे। जिले की शिव सीट सबसे हॉट सीट बनी हुई है। यहां पर कांग्रेस, बीजेपी, आरएलपी दो बागियों सहित पांच उम्मीदवारों ने चुनाव लड़ा है।
बाड़मेर की शिव विधानसभा पाकिस्तान की सीमा से सटी सीट है। राजस्थान की सबसे हॉट सीट बनी हुई है। जैसलमेर के बाद देश की दूसरी सबसे बड़ी विधानसभा है शिव। इस सीट पर वोटर्स ने रिकार्ड तोड़ 83.28 प्रतिशत मतदान किया है। वजह साफ है इस सीट पर वर्तमान 5 बार के विधायक 10वीं बार चुनाव लड़ रहे अमीन खान, भाजपा के जिलाध्यक्ष स्वरूपसिंह खारा पहली बार, बागी हुए कांग्रेस के जिलाध्यक्ष फतेह खान, भाजपा से बागी हुए पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष रविंद्रसिंह भाटी, भाजपा के पूर्व विधायक डॉ. जालमसिंह रावलोत ने आरएलपी जॉइन कर चुनाव लड़ा है। सीट पर दो मुस्लिम व तीन राजपूत उम्मीदवारों ने चुनाव लड़ा। इस सीट पर मूल ओबीसी निर्णायक भूमिका में नजर आईं है।
कांग्रेस ने अमीन खान को टिकट दी। इससे कांग्रेस के जिलाध्यक्ष फतेह खान नाराज होकर निर्दलीय चुनाव लड़ा। इनको मुस्लिम, एससी-एसटी और जाट समाज का सपोर्ट मिलने से टक्कर में आ गए है।
उसी और भाजपा ने जिलाध्यक्ष स्वरूपसिंह खारा को टिकट दी। इससे यहां से दावेदारी कर रहे पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष रविंद्र सिंह भाटी, पूर्व विधायक जालमसिंह रावलोत नाराज हो गए। जालमसिंह ने आरएलपी जॉइन कर चुनाव लड़ा। रविंद्रसिंह भाटी ने निर्दलीय चुनाव लड़ा। भाटी ने भाजपा के वोटर्स राजपुत, मूल ओबीसी, जनरल जाति में सेंधमारी की और इसमें सफल भी रहे। बीजेपी का बड़ा वोट बैंक तोड़ने में सफल हुए।
राजनीतिक जानकारों का मानना है कि शिव सीट पर निर्दलीय रविंद्रसिंह भाटी और फतेह खान के बीच मुकाबला होता नजर आ रहा है। कांग्रेस और भाजपा पिछड़ती नजर आ रही है।
शिव विधानसभा वोटर्स समीकरण-
कुल वोटर्स: 300441, वोटिंग हुई- 250214
अनुमानित वोट,
मुस्लिम 80 हजार, राजपूत 40 हजार, 20 हजार रावणा राजपूत, मेघवाल 35 हजार, मूल ओबीसी 60 हजार, जाट 40 हजार समाज के वोट है,