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राजस्थान में बहुमत मिलने के साथ ही बीजेपी में सीएम पद की दौड़ शुरू हो गई है। राजस्थान का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा, इसे लेकर दिल्ली में मंथन जारी है। इसी बीच जयपुर में पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे से सोमवार को 30 से ज्यादा विधायकों ने मुलाकात की। इसे वसुंधरा का शक्ति प्रदर्शन माना जा रहा है। आज भी मुलाकात का यह सिलसिला जारी रह सकता है। सोमवार को विधायकों से मुलाकात के बाद वसुंधरा समर्थकों ने दावा किया था कि वसुंधरा से करीब 47 विधायकों ने मुलाकात की है। वहीं आज भी कई विधायक उनसे मिलने आ सकते हैं। वसुंधरा से मुलाकात के बाद विधायक बहादुर कोली, गोपीचंद मीणा और समाराम गरासिया ने कहा कि हमारी राय पूछी गई तो वसुंधरा पहली पसंद होंगी। इतना ही नहीं, ये भी दावा किया जा रहा है कि उनके पास 45 से ज्यादा MLA का समर्थन है। वसुंधरा के आवास पर पहुंचे विधायक कालीचरण सराफ ने कहा- वसुंधरा राजे सर्वमान्य नेता हैं। पार्टी तय करेगी कि सीएम कौन होगा। पार्टी में व्यक्तिगत पसंद नहीं होती।
वहीं दूसरी ओर, आज केंद्रीय नेतृत्व विधायकों की राय जानने के लिए पर्यवेक्षकों की नियुक्ति कर सकता है। इसके साथ ही आज भाजपा के संसदीय बोर्ड की बैठक भी हो सकती है। सोमवार को प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी ने बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की।इसके बाद रात 11 बजे भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी और प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह दिल्ली से चार्टर विमान से जयपुर लौट आए। बताया जा रहा है कि मुलाकात में विधायक दल की बैठक, पर्यवेक्षकों की नियुक्ति सहित अन्य मुद्दों को लेकर चर्चा हुई।
इस बीच राज्यपाल कलराज मिश्र ने 15वीं विधानसभा भंग करने की अधिसूचना जारी कर दी है। अब नए विधायकों से 16वीं विधानसभा का गठन होगा। चुनाव आयोग ने भी प्रदेश में लगी आचार संहिता हटा ली है।