।।श्रीहरि:।।
हे नाथ! हे मेरे नाथ! मैं आपको भूलूँ नहीं! “सब भगवान् हैंयह असली शरणागति है।” – श्रद्धेय स्वामीजी श्रीरामसुखदासजी महाराज
दिनांक: 10.04.2024, वार: बुधवार, सूर्योदय: प्रात: 06:17 बजे, सूर्यास्त: सांय 18:59 बजे , चन्द्रोदय: सांय 07:08 बजे, हिन्दु मास: चैत्र, पक्ष:- शुक्ला, तिथि:- द्वितीया, विक्रम सम्वत: 2081, सम्वत नाम: पिंगल, ऋतु:- बसंत, नक्षत्र – भरणी 03:04 रात्रि तक।
सूर्य राशि – मीन, चंद्र राशि – मेष, दिशा शूल : उत्तर
चोघडिया दिन: लाभ 06:18 – 07:53 शुभ, अमृत 07:53 – 09:28 शुभ, शुभ 11:03 – 12:38 शुभ, चर 15:48 – 17:23 शुभ, लाभ 17:23 – 18:58 शुभ।
चोघडिया रात: शुभ 20:23 – 21:48 शुभ, अमृत 21:48 – 23:13 शुभ, चर 23:13 – 24:38 शुभ, लाभ 27:27 – 28:52 शुभ।
नोट: रामदेव जी बीज का व्रत आज और द्वितीय दिन होंगी माँ ब्रह्मचारिणी की पूजा।
संक्षिप्त जानकारी: पूर्वजन्म में ब्रह्मचारिणी देवी ने पर्वतों के राजा हिमालय के घर पुत्री रूप में जन्म लिया था। साथ ही नारदजी के उपदेश से भगवान शिव को पति रूप में प्राप्त करने के लिए घोर तपस्या की थी। इस कठिन तपस्या के कारण इन्हें तपश्चारिणी अर्थात् ब्रह्मचारिणी नाम से जाना गया।
पंडित ब्रज मोहन पुरोहित: 9983826856