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राजस्थान पुलिस का ध्येय वाक्य अपराधियों में भय और आमजन में विश्वास को भीलवाड़ा पुलिस ने सार्थक किया है।
लोगों के दिमाग से अपराधियों के खौफ को निकालने के लिए आज भीलवाड़ा पुलिस जानलेवा हमले के मामले के दो आरोपियों को कोर्ट तक परेड करवाते हुए पैदल ले गई। पुलिस ने इनसे पूछताछ के लिए 3 दिन का रिमांड मांगा था, कोर्ट ने एक दिन के रिमांड पर भेजा है।

एसपी राजन दुष्यंत ने बताया- 27 अक्टूबर को पांसल निवासी सांवरमल पिता देवी लाल रैगर ने एक रिपोर्ट दी। इसमें बताया था कि उसके पार्टनरशिप में जिंदल के एसटीपी (डंप) स्वीकृत है, जिसके उद्घाटन के मौके पर मनीष जाट, कालू जाट, भेरू जाट, राहुल जाट, शंकर जाट, विनोद जाट, किशन जाट, भगवती जाट, डेविड खटीक, मोनू जाट व अन्य 30 – 35 लोगों ने उसे जातिगत गालियां देते हुए सरियों और तलवारों से हमला कर दिया था। आरोपियों ने परिवादी के चारों हाथ पैर तोड़ दिए, उसे बचाने आए नरेंद्र चौधरी पर भी सरिए से हमला किया था। पुर थाना पुलिस ने जानलेवा हमला, एससी एसटी एक्ट सहित अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज किया था।
जांच अधिकारी डिप्टी श्यामसुंदर विश्नोई ने इस मामले में 2023 से फरार सिंधु नगर निवासी रवि उर्फ डेविड खटीक पिता सत्यनारायण उर्फ़ सीताराम खटीक और हलेड निवासी भगवती लाल पुत्र बलदेव जाट को सोमवार को गिरफ्तार किया। दोनों को आज न्यायालय में पेश कर 3 दिन का रिमांड मांगा गया, कोर्ट ने इन्हें एक दिन के रिमांड पर भेजा है। एसपी ने बताया कि दोनों बदमाश आदतन अपराधी है और ब्याज वसूली, मारपीट जैसे कई मामलों में शामिल रहे है।