RASHTRADEEP NEWS
बीकानेर संभाग का पहला गैस आधारित शवदाह गृह कल्याण भूमि आरसीपी में बनकर तैयार हो गया है। कंपनी की ओर से इस शवदाह गृह का ट्रायल भी लिया जा चुका है। निगम अब ट्रायल लेगा। संभावना है कि आचार संहिता के बाद इस शवदाह गृह को शुरू कर दिया जायेगा। इसका निर्माण राज्य सरकार की शहरी जनभागीदारी योजना के तहत किया गया है। इसे करीब 84 लाख रुपये की लागत से तैयार किया गया है। इस श्मशान घाट में गैस से शवों का अंतिम संस्कार किया जाएगा।

शव के अंतिम संस्कार के दौरान धुएं को निकालने के लिए करीब 100 फीट ऊंचाई की चिमनी भी बनाई गई है। अंतिम संस्कार के दौरान अंतिम यात्रा में आए लोगों के बैठने के लिए टिन शैड भी बनाए गए है। इस शवदाह गृह में दस गैस सिलेण्डर स्टैण्ड बाई रहेेंगे। शव के अंतिम संस्कार के दौरान मशीन का धुआं स्क्रबर रूम में आएगा। पाइप से धुआं फिल्टर होगा व यहां से चिमनी के माध्यम से बाहर निकलेगा। गैस आधारित शवदाह गृह को तैयार करने में करीब 48 लाख रुपए की मशीन स्थापित की गई है। वहीं 36 लाख रुपए का सिविल कार्य हुआ है। इस शवदाह गृह में तीन कमरे है। इनमें एक स्क्रबर रूम, दूसरा गैस बॉटल रूम और तीसरा स्टोर रूम है। शवदाह गृह की ऊंचाई करीब 15 मीटर है। एल्फा इक्यूपमेंट बडौदा की ओेर से इसे तैयार किया गया है।
गैस आधारित शवदाह गृह के लिए राज्य सरकार ने शहरी जनसहभागिता योजना के तहत जून 2021 में 75 लाख रुपए की स्वीकृति जारी की गई थी। कंपनी की ट्रायल हो चुकी है। जनवरी में सिविल वर्क पूरा हो गया। थ्री फेस विद्युत कनेक्शन भी हो गया है। कंपनी इसे निगम को सुपुर्द करेगा। निगम कल्याण भूमि प्रन्यास आरसीपी को। प्रत्येक शव के अंतिम संस्कार के लिए प्रन्यास को निगम की ओर से निर्धारित दर प्राप्त होगी।