RASHTRA DEEP NEWS BIKANER। राजस्थान विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी में सबकुछ ठीक नहीं है। अचानक सतीश पूनिया को हटाकर सीपी जोशी को पार्टी की कमान सौंप दी गई है। पार्टी के इस निर्णय ने ऐसा माना जा रहा है कि आगामी दिनों में बड़े निर्णय लिए जाएंगे। पार्टी आलाकमान के सामने सबसे बड़ी चुनौती पूर्व सीएम वसुंधरा राजे को साधने की है। हालांकि, चुनाव वसुंधरा राजे के नेतृत्व लड़ा जाएगा या नहीं, इस बारे में जल्द ही फैसला लिया जा सकता है।
विधानसभा चुनाव में वसुंधरा राजे की भूमिका क्या रहेगी। इसको लेकर पार्टी आलाकमान फिलहाल कोई निर्णय नहीं ले पाया है। इस बारे में जानकार सूत्रों का कहना है कि 15-20 दिन में ही जल्द फैसला हो जाएगा। पार्टी आलाकमान की रणनीति वसुंधरा राजे को बैलेंस करने की है। अब हर किसी को अप्रैल के दूसरे सप्ताह का इंतजार है।
वसुंधरा राजे को सीएम फेस घोषित करने की मांग, राजस्थान में 2023 के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं। वसुंधरा राजे के धुर विरोधी माने जाने वाले सतीश पूनिया को प्रदेश अध्यक्ष के पद से हटाकर आलाकमान ने वसुंधरा कैंप को साधने की कोशिश की है। बता दें सतीश पूनिया लगातार कहते रहे हैं कि विधानसभा चुनाव पीएम मोदी के चेहरे पर ही लड़ा जाएगा। वसुंधरा राजे समर्थकों को यह बात काफी असहज करती रही है। वसुंधरा राजे समर्थक अंदरखाने पूनिया को हटाने की मांग करते रहे हैं। पार्टी आलाकमान ने पूनिया को हटाकर वसुंधरा राजे कैंप की एक मांग तो पूरी कर दी है। दूसरी ओर सबसे अहम मांग सीएम फेस को लेकर है। समर्थक वसुंधरा राजे को मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित करने की मांग करते रहे हैं।