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बिजली कटौती की मार झेल रहे बीकानेर जिले के श्रीडूंगरगढ़ के सेरुणा गांव के किसानों ने बुधवार को अधीक्षण अभियंता का घेराव किया। सामाजिक कार्यकर्ता भरतसिंह राठौड़ ने अधीक्षक अभियंता को बताया कि कि पिछले 10 दिनों से किसानों को नियमित रूप से अपने हिस्से की पूरी बिजली नहीं मिल रही है। अघोषित बिजली कटौती, कम वोल्टेज और बार बार ट्रिपिंग से किसानों की मोटरें जल रही है। ऐसे में रोजाना किसान को 15-20 हजार रुपए का नुकसान हो रहा है।
वहीं ट्रांसफार्मर जल जाने से नया ट्रांसफार्मर आने में 10-12 दिन लग जाते हैं। मूंगफली फसल अब पकाव पर है। यदि एक महीने किसानों को पूरी बिजली पूरे वोल्टेज के साथ नहीं मिलीं तो किसानों की पिछले 6 माह की मेहनत पर पानी फिर जाएगा और उन्हें भारी घाटा झेलना पड़ेगा। किसानों ने सेरुणा गांव के तीन नंबर जीएसएस पर भारी फीडर के लोड को कम करने के साथ ही 3.15 का नया ट्रांसफार्मर रखने की मांग की है। साथ ही, किसानों का आरोप है कि, बिजली आसपास के गांव के दूसरे किसानों को बेची जा रही है।
किसानों ने अधीक्षण अभियंता को चेतावनी दी है कि उनकी मांगों को नहीं सुना गया तो चार दिन बाद किसान जयपुर कूच करेंगे। रविवार को सैरुणा गांव आए खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री सुमित गोदारा को भी किसानों ने बिजली कटौती की समस्या से अवगत कराया था।