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राजस्थान में उदयपुर के पूर्व राजपरिवार के सदस्य और पूर्व सांसद महेंद्र सिंह मेवाड़ के निधन के बाद उनके बड़े बेटे विश्वराज के राजतिलक की रस्म पर विवाद छिड़ गया। महेंद्र सिंह मेवाड़ के भाई और विश्वराज के चाचा अरविंद सिंह मेवाड़ के परिवार ने परंपरा निभाने से रोकने के लिए उदयपुर सिटी पैलेस के दरवाजे बंद कर दिए थे, लेकिन उदयपुर सिटी पैलेस के बाहर लगे बैरिकेड्स हटा दिए गए है। गाड़ियां अंदर घुस गई। उच्च अधिकारी मौके पर मौजूद है। जिला कलेक्टर अरविंद पोषवाल दोनों पक्षों से बात कर मामला सुलझान चाहते हैं।
रंगनिवास वाले गेट के बाहर बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है। उदयपुर कलेक्टर अरविंद पोसवाल और एसपी योगेश गोयल सिटी पैलेस पहुंचे। बताया जा रहा है कि दोनों पक्षों के बीच समझौता कराने की कोशिश की जा रही है।आयोजकों के अनुसार उत्तराधिकार दस्तूर के बाद विश्वराज सिंह का सिटी पैलेस में धूणी दर्शन का कार्यक्रम है, जबकि सिटी पैलेस दिवंगत महेंद्र सिंह मेवाड़ के भाई अरविंद सिंह मेवाड़ के कब्जे में है। दिवंगत भगवत सिंह मेवाड़ की वसीयत से अरविंद सिंह स्वयं को महाराणा मेवाडट चैरिटेबल फाउंडेशन का अध्यक्ष बताते हैं। इस बारे में ट्रस्ट द्वारा रविवार शाम दो आम सूचनाएं जारी की गईं। एक अन्य आम सूचना में कहा गया कि विश्वराज ट्रस्ट के सदस्य नहीं हैं और सोमवार को पैलेस म्यूजियम में सुरक्षा की दृष्टि से अनाधिकृत लोगों को प्रवेश नहीं दिया जाएगा। विश्वराज के एकलिंग जी मंदिर जाने का भी कार्यक्रम बनाया गया। इस बारे में भी ट्रस्ट द्वारा एक अन्य आम सूचना में बताया गया कि अरविंद सिंह ट्रस्ट के अध्यक्ष हैं। इस मंदिर में भी अनाधिकृत प्रवेश निषेध रहेगा। ट्रस्ट की संपत्ति को नुकसान की आशंका जताते हुए पुलिस एवं प्रशासन से ट्रस्ट द्वारा पुलिस सुरक्षा मांगी गई।
बता दें राजस्थान में उदयपुर के पूर्व राज परिवार सदस्य महेंद्र सिंह मेवाड़ के निधन के बाद सोमवार को उनके बेटे विश्वराज सिंह मेवाड़ का राजतिलक हुआ। विश्व विख्यात ऐतिहासिक चित्तौड़गढ़ दुर्ग स्थित फतह प्रकाश महल में उनके राजतिलक की रस्म निभाई गई। 21 तोपों की सलामी के साथ सलूंबर रावत देवव्रत सिंह ने अपना अंगूठा काटकर अपने खून से तिलक लगाया और विश्वराज सिंह को गद्दी पर बिठाया।