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बांसवाड़ा जिले के आंबापुरा थाना क्षेत्र के नल्दा गांव में जहरीली चाय पीने से एक ही परिवार के तीन लोगों की मौत हो गई। दो लोगों की मृत्यु महात्मा गांधी जिला अस्पताल में हुई है, जबकि एक बच्चे की मौत उदयपुर के आरएनटी मेडिकल कॉलेज में हो गई। तीनों का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है। घटना के बाद से पीड़ित परिवार से मिलने के लिए स्थानीय जनप्रतिनिधि व अन्य लोग पहुंच रहे हैं।
बताया जा रहा है कि, सोमवार शाम को गांव के शंभू लाल के घर में चाय बनाई गई थी। इस चाय को पीने से 6 लोगों की तबीयत बिगड़ गई और उन्हें उल्टियां होने लगी। घर के अन्य लोग दूसरे गांव के सामाजिक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए गए थे। ग्रामीणों ने इसकी सूचना घर के अन्य लोगों को दी। साथ ही 108 एंबुलेंस बुलाकर पीड़ितों को एमजी अस्पताल भिजवाया। महात्मा गांधी अस्पताल में देर शाम 55 वर्षीय दरिया पत्नी लालू राम की मृत्यु हो गई। उपचार के बाद तबीयत में सुधार नहीं हुआ तो सभी को उदयपुर के लिए रेफर कर दिया। रास्ते में 26 वर्षीय चंदा पत्नी शंभू लाल की भी मृत्यु हो गई। इसके बाद सोमवार सुबह सूचना मिली कि उदयपुर के आरएनटी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में 14 वर्षीय अक्ष राज पुत्र शंभू लाल की मृत्यु हो गई। इस तरह मां बेटे के साथ दादी की भी मौत हो गई। 20 वर्षीय मनीष पुत्र मोगाजी, शंभू पुत्र लालू राम और 60 वर्षीय पड़ोसी लालू का उदयपुर में उपचार चल रहा है। परिजनों ने बताया कि घर में चाय बनने के बाद पड़ोसी लालू को चाय पर बुला लिया था।
प्रारंभिक जांच में पता चला है कि यह चाय दीमक मारने की जहरीली दवा से बनी थी। परिजनों से पूछताछ में पता चला है कि जहां किचन था, वहीं पास में दीमक मारने की दवा रखी थी. वह भी एक काली थैली में रखी हुई थी। यह भी चायपत्ती जैसी ही दिखाई दे रही थी। संभव है किसी ने चायपत्ती के स्थान पर इस जहरीली दवा को डाल दिया हो। परिजनों में शामिल मुकेश ने बताया कि शंभू लाल मजदूरी करता है। अब परिवार में शंभू और उसका बेटा बचा है।