Rajasthan – ग्राहकी निकलने तथा बिकवाली कमजोर होने से गत् सप्ताह के दौरान जोधपुर मंडी ग्वार गम के भाव 200 रू प्रति क्विंटल बढ़ गए। आपूर्ति घटने से ग्वार चूरी में तेजी का रूख रहा। अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में तेजी का रूख होने के साथ-साथ औद्योगिक व निर्यातकों की पूछ परख बढ़ने से जोधपुर मंडी में ग्वार गम के भाव के 200 रुपए बढ़कर 1070/10800 रुपए प्रति कुंतल हो गय।
राजस्थान, गुजरात व हरियाणा की मंडियों में ग्वार की आवक घटने एवं गम मिलों की मांग निकलने से ग्वार के भाव 150 रूपये बढकर 5500/ 5550 रुपये प्रति क्विंटल हो गए। ग्वार में तेजी तथा का रूख होने तथा पशु आहार वालों की माग बढ़ने एवं हाजिर माल की कमी के कारण ग्वार चूरी के भाव 2850/ 2950 रूपए प्रति कुंतल पर मजबूत रहे।
अहमदाबाद मंडी में भी बिकवाली कमजोर होने से ग्वार 150 रू बढ़कर 5450/ 5500 रूपये प्रति क्विंटल हो गए। हिसार मंडी में गम मिलों की लिवाली से ग्वार के भाव 5050 /5150 रुपए प्रति क्विंटल बोले गए। अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के भाव 79.86 डॉलर से बढ़कर 81.73 डॉलर प्रति बैरल हो गए। सटोरिया लिवाली से एनसीडीईएक्स में ग्वार वायदा जनवरी 5405 से बढकर 5515 रूपये ग्वार गम वायदा भी 10440 से बढ़कर 10630 रूपये प्रति क्विंटल हो गया ।ग्वार का उत्पादन मुख्यतः राजस्थान, गुजरात, हरियाणा, में प्रमुख रूप से होता है। ग्वार की कीमतों मंदे का रुख होने के कारण किसानों का रुझान ग्वार की तरफ से कम हो गया है, चालू सीजन के दौरान गुजरात राजस्थान में ग्वार की बिजाई का रकबा कमजोर होने की खबर है।
लेकिन राजस्थान हरियाणा की मंडियों में ग्वार की आवक 70/75 हजार बोरी के लगभग दैनिक की हो रही है। आवक घटने ने तथा सटोरिया लिवाली से एनसीडीईएक्स में जनवरी डिलीवरी ग्वार की कीमतों में भी तेजी का रुख जारी रहा। ग्वार गम का निर्यात अमेरिका, रूस, इटली, जापान, फ्रांस इत्यादि देशों को होता है। एपीडा के अनुसार अप्रैल से अक्टूबर 2024-25 के दौरान ग्वार गम का निर्यात लिए 261209 टन का हुआ था, जबकि अप्रैल से अक्टूबर 2023-2024 के दौरान 256083 टन के लगभग हुआ है। सप्लाई व मांग को देखते हुए भविष्य ग्वार गम की कीमतों में गिरावट की उम्मीद कम है। औद्योगिक मांग निकलते ही बाजार बढ़ जाएगा।