Prayagraj में लगे Mahakumbh का आज 10वां दिन है। इस बीच महाकुंभ को लेकर कई चीजें देश और दुनिया में सुर्खियों में हैं, जहां इंदौर की मोनालिसा अपनी सादगी और कत्थई आंखों की वजह से लाइमलाइट में है तो दूसरी तरफ भोपाल निवासी एंकर और मॉडल हर्षा रिछारिया एक साध्वी के रूप में प्रयागराज महाकुंभ में सबके सामने आना विवाद का विषय बन गया है। हर्षा रिछारिया दो साल पहले तक एंकरिंग-माडलिंग की दुनिया में छाई हुईं थी, लेकिन अब वह धर्म मार्ग पर चल रही हैं। ऐसे उनका साध्वी परिधान में कुंभ में दिखाई देना लोगों को अजूबा लगा। लोग अब यह पूछ रहे हैं कि वो सनातनी नहीं हैं, वो मेकअप करती हैं।
सनातनी होना और साध्वी होना, दोनों अलग-अलग चीजें हैं। दोनों में जमीन-आसमान का अंतर है। मैं बार-बार सबको स्पष्ट कर रही हूं कि मैं साध्वी नहीं हूं। अगर मैं, कल को जींस टॉप पहनकर निकलती हूं तो मैं उसका हक रखती हूं। मैं ऐसा कर सकती हूं। क्योंकि मैं साध्वी नहीं हूं। अभी मैंने साध्वी की कोई औपचारिक दीक्षा नहीं ली है। मैं एक नॉर्मल इंसान हूं. साध्वी की शिक्षा दीक्षा नहीं ली है। मंत्र जाप करती हू। मैं, एक हिंदू इंसान हूं. सनातनी इंसान हूं। इसलिए, मैं लेंस लगाऊं, चेहरे पर मेकअप करूं, लिपस्टिक लगाऊं, जींस-टॉप पहनूं, उससे किसी को ऐतराज नहीं होना चाहिए। यह कोई मुद्दा नहीं है। क्योंकि मैं एक गृहस्थ इंसान हूं। गृहस्थ इंसान से इस तरह के सवाल बहुत ही बेबुनियाद हैं।