बीकानेर चाइनीज मांझा हादसा
बुधवार को बीकानेर अपने 538वें नगर स्थापना दिवस और आखातीज पर्व के जश्न में रंग-बिरंगे उल्लास में डूबा रहा। छतों पर पतंगबाजी का उत्साह चरम पर था। बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक सभी ने लू और गर्मी की परवाह किए बिना परंपरा के जोश से इस दिन को मनाया। लेकिन इस उत्सव में तब खलल पड़ा जब चाइनीज मांझे की धार ने जश्न को दर्द में बदल दिया। पीबीएम अस्पताल के ट्रोमा सेंटर में दोपहर तक 20 से ज्यादा घायल पहुंच चुके थे, जिनमें से सात की हालत गंभीर बताई गई है।
ट्रॉमा सेंटर प्रभारी डॉ. कपिल के अनुसार, अधिकतर घायलों को गर्दन पर गंभीर चोटें आईं, जिनमें से कई को तत्काल ऑपरेशन थिएटर ले जाना पड़ा। गंभीर रूप से घायल व्यक्तियों में लालूराम (बीछवाल), धीरज (उत्तर प्रदेश), राजाराम (21), पवन (25), सलमान (20) और पुनीत (23) शामिल हैं। डॉक्टरों ने चेताया कि चाइनीज मांझे से लगा गहरा कट जानलेवा भी हो सकता है।
राज्य सरकार द्वारा प्रतिबंधित किए जाने के बावजूद, चाइनीज मांझे की खुलेआम बिक्री और उपयोग प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े करता है। स्थानीय बाजारों और ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स पर इसकी आसान उपलब्धता हर साल दुर्घटनाओं को न्योता देती है।
सवाल उठता है— क्या प्रशासन चाइनीज मांझे पर रोक लगाने में सक्षम है? हर साल जान जोखिम में डालने वाले इस मांझे पर कड़ी कार्यवाही कब होगी, यह अब बीकानेरवासियों के मन में बड़ा प्रश्न बन चुका है।