Bikaner News
बीकानेर ज़िले में ज़मीन खरीद-फरोख्त के नाम पर धोखाधड़ी का सनसनीखेज मामला सामने आया है, जिसमें लाखों रुपये लेने के बावजूद विक्रेताओं ने संपत्ति की रजिस्ट्री नहीं करवाई। पीड़ित ललित घारू निवासी शिवबाड़ी ने मामले को लेकर न्यायालय की शरण ली, जहां से आदेशानुसार बीकानेर पुलिस ने धोखाधड़ी, धमकी और विश्वासघात जैसी धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
ललित घारू के अनुसार, कुछ माह पूर्व राहुल और उसके चाचा प्रेम कुमार ने आर्थिक तंगी का हवाला देते हुए अपनी पैतृक भूमि ग्राम नापासर स्थित संपत्ति को बेचने की पेशकश की। संपत्ति की कीमत ₹5,80,000 बताई गई, जिस पर ललित ने सहमति जताई और दिनांक 03 सितंबर 2024 को ₹3,80,000 की नकद राशि गवाहों – समीर अहमद और ईशान खान की मौजूदगी में राहुल को सौंप दी।शेष ₹2 लाख राशि बाद में देने और रजिस्ट्री करवाने का लिखित इकरारनामा उसी दिन बीकानेर के सेंट्रल नोटेरी ऑफिस में पंजीबद्ध किया गया।
छह माह बाद जब ललित घारू ने बाकी राशि ₹2 लाख लेकर रजिस्ट्री कराने की बात कही, तो राहुल और प्रेम कुमार ने कुछ दिनों में रजिस्ट्री का वादा कर टालमटोल करना शुरू कर दिया। जब दबाव बढ़ाया गया, तो एक और सच्चाई सामने आई — वह संपत्ति पहले ही अडाणी फाइनेंस लिमिटेड में मोरगेज रखी जा चुकी थी। जब ललित ने धोखाधड़ी की बात कही, तो राहुल और प्रेम कुमार ने खुलेआम कहा कि ऐसा हम कई लोगों के साथ कर चुके हैं, जो कर सको कर लो। पुलिस और कोर्ट तो हमारी जेब में हैं। इसके बाद पीड़ित को जान से मारने की धमकी भी दी गई और घर आने पर जानलेवा हमले की चेतावनी दी गई।
पीड़ित की शिकायत के आधार पर संबंधित धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। अब पुलिस इस मामले की गहनता से जांच कर रही है और राहुल व प्रेम कुमार की पृष्ठभूमि को खंगाल रही है कि कहीं उन्होंने इसी तरह अन्य लोगों को भी तो अपना शिकार नहीं बनाया।