Bank strike News
10 जुलाई बुधवार को देशभर के बैंक कर्मचारी और अधिकारी एक दिवसीय राष्ट्रव्यापी हड़ताल पर रहेंगे। इस हड़ताल के कारण बैंकिंग से जुड़े कामकाज पूरी तरह से प्रभावित होंगे। केंद्र सरकार की नीतियों के विरोध में की जा रही इस हड़ताल में 11 हजार से ज्यादा बैंक कर्मियों के साथ-साथ अन्य सरकारी व निजी क्षेत्रों के कर्मचारी भी शामिल होंगे।
क्यों हो रही है हड़ताल?
हड़ताल का मुख्य कारण है केंद्र सरकार की श्रम विरोधी नीतियों और बैंकों के निजीकरण का विरोध। साथ ही कर्मचारी पुरानी पेंशन योजना की बहाली, पांच दिवसीय बैंकिंग, आउटसोर्सिंग पर रोक, न्यूनतम वेतन ₹26,000, और कॉरपोरेट लोन वसूली को प्राथमिकता देने जैसी 17 प्रमुख मांगों को लेकर एकजुट हुए हैं।
यह हड़ताल केवल बैंक तक सीमित नहीं है। इसमें शामिल हैं:
- सार्वजनिक, निजी और ग्रामीण बैंक
- बीमा और डाक विभाग
- आयकर व टेलीकॉम कर्मचारी
- आंगनबाड़ी, आशा और मिड-डे मील कार्यकर्ता
- रेलवे, कोयला, फैक्ट्री मजदूर और खेतिहर कामगार
किन सेवाओं पर पड़ेगा असर?
बैंकिंग सेवाएं जैसे नकदी जमा, चेक क्लियरिंग, पासबुक अपडेट, लोन प्रक्रिया रुक सकती है। बीमा क्लेम, डाकघर सेवाएं, सरकारी कार्यालयों में दस्तावेज सत्यापन व रजिस्ट्रेशन जैसे कार्य भी बाधित रहेंगे। स्कूलों, हॉस्पिटल्स और सरकारी दफ्तरों में स्टाफ की कमी से सेवाओं पर असर पड़ सकता है।