RASHTRA DEEP NEWS
श्रीडूंगरगढ़ में एजी मिशन स्कूल टीचर और नाबालिग छात्रा के लव अफेयर का मामला एक बार फिर सुर्खियों में आ गया है,हालांकि पुलिस ने आरोपी टीचर को जेल और नाबालिग छात्रा को नारी निकेतन भेज दिया है । लेकिन दोनों के गायब हो जाने के बाद श्रीडूंगरगढ़ में आठ दिन कायम रहे संवैदनशील हालातों के दौरान साम्प्रदायिक माहौल बिगाडऩे के प्रयास में पुलिस ने पचास से ज्यादा लोगों के खिलाफ नामजद केस दर्ज किया है,इनमें भाजपा,संघ और आरएलपी नेताओं के अलावा स्वर्णकार समाज अध्यक्ष भी शामिल है। इनमें हैरानी की बात तो यह है कि श्रीडूंगरगढ़ में करीब आठ दिन तक चले इस प्रकरण को लेकर विरोध प्रदर्शन करने वालों में विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र सिंह राठौड़, पूर्व देहात भाजपा अध्यक्ष ताराचंद सारस्वत और पूर्व प्रधान छैलूसिंह समेत अनेक बड़े नेता शामिल थे लेकिन उन्हे पुलिस ने नामजद नहीं किया है। ऐसे में श्रीडूंगरगढ़ पुलिस की ओर से दर्ज किया गया यह मामला अब राजनीति तूल पकड़ता जा रहा है । सीआई श्रीडूंगरगढ़ अशोक विश्रोई ने बताया कि इस मामले में उन्ही लोगों को नामजद किया गया है जो विरोध प्रदर्शन करने वालों में प्रमुख रूप से शामिल थे,इनमें कई आरोपियों के विडियों फुटैज भी पुलिस के पास है। मामले में पुलिस ने उन लोगों को भी शामिल किया है जो सोशल मीडिया पर इस घटनाक्रम से जुड़े वीडियों और फोटों वायरल कर रहे थे,मजे कि बात तो यह है कि पुलिस ने इस मामले में नाबालिग छात्रा के माता-पिता और पारिवारिक रिश्तेदारों के अलावा घर परिवार के कई छोटी उम्र के बच्चों को भी नामजद किया है। पुलिस का आरोप है कि आरोपियों ने प्रदर्शन के दौरान मुसलमानों और मुस्लिम धर्म के खिलाफ उग्र नारेबाजी का माहौल भडक़ानें का प्रयास किया,थाने के बाहर धरना देकर कानून व्यवस्था में व्यवधान और हाईवे जाम कर लोगों की जानमालों के लिये खतरा पैदा कर दिया ।