RASHTRA DEEP NEWS
राजस्थान विधानसभा में बुधवार हुई सभा में, पेपर लीक और भ्रष्टाचार के मुद्दे को लेकर हुआ हंगामा। भाजपा विधायकों ने मौजूदा सरकार में अब तक 18 भर्ती परीक्षाओं के पेपर लीक का मामला उठाया।
नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने RPSC की अब तक की भर्ती परीक्षाओं की CBI जांच की मांग की। और कहा की खुले बाजार में यह सरकार नोकरिया बेच रही है। जिस सरकार के कार्यकाल में 18 पेपर लीक हो जाएं। 14 परीक्षाएं रद्द हो जाएं। इनमें 1.30 करोड़ कैंडिडेट बैठे, 400 करोड़ की फीस दी । पेपरलीक से उन युवाओं के अरमान टूट गए।
उसी तरफ पूर्व मंत्री वासुदेव देवनानी ने RPSC को ही भंग करने देने बात कही।इस बीच अशोक लाहोटी ने कहा की कांग्रेस नेता गोपाल केसावत ईओ भर्ती परीक्षा में सिलेक्शन के नाम पर लाखों लेते पकड़ा गया। आरपीएससी चेयरमैन वही व्यक्ति हैं, जो तीन साल से राजस्थान के मुखिया की सुरक्षा कर रहा था। गोपाल केसावत के पकड़े जाने के बाद कुछ कहने की जरूरत नहीं रह गई है।
संगीता आर्य और मंजू शर्मा का नाम आने कामला उठाया तो नारायण सिंह देवल ने बाबूलाल कटारा की नियुक्ति की जांच कराने की मांग की। और साथ ही कहा की पेपरलीक के खिलाफ जब युवा मोर्चा ने आवाज उठाई तो पुलिस बर्बरता देख अंग्रेजों की याद आ गई। शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन कर रहे युवाओं पर लाठियां बरसाई गईं। भाजपा विधायक इस मुद्दे पर नारेबाजी करते हुआ सदन के वेल में आ गए और बाद में सदन से वॉकआउट किया।
जोधपुर हत्याकांड वाला मामला भी विधानसभा में उठा जोधपुर जिले में एक ही परिवार के चार लोगों की हत्या कर जलाने का मामला शून्यकाल के दौरान विधानसभा में उठा। आरएलपी विधायक पुखराज गर्ग ने पॉइंट ऑफ इनफॉर्मेशन के जरिए यह मामला उठाया। इससे पहले प्रश्नकाल शुरू होते ही कांग्रेस विधायक दिव्या मदेरणा ने इस मामले को उठाना चाहा, लेकिन स्पीकर ने अनुमति नहीं दी। स्पीकर ने इस हत्याकांड पर शाम पांच बजे सरकार को सदन में जवाब देने के आदेश दिए हैं। शाम पांच बजे यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल इस पर सदन में जवाब देंगे।