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डॉग स्क्वायड, बैरंग लौटी, एसडीआरएफ ने कल पूरे दिन शोभासर झील छानीली, फिर भी नही मिले विनोद करोल, आज फिर होगी जांच…


RASHTRA DEEP NEWS

भाजपा बीकानेर शहर के लालगढ़ मंडल अध्यक्ष विनोद करोल को घर से गायब हुए 48 घंटे हो रहे हैं। इनकी गुमशुदगी दर्ज करवाए हुई भी 24 घंटे से ज्यादा का समय बीत गया। रविवार दिनभर एसडीआरएफ ने आत्महत्या की आशंका शोभासर झील छानी लेकिन कोई सफलता नहीं मिली। करोल सुबह लगभग 11 बजे घर से रोजाना की रवाना हुए थे।

शाम को करोल घर नही आए तो उनके पुत्र मयंक और उनके परिजनो ने थाने में गुमशुदगी रिपोर्ट दर्ज करवाई। देर शाम करोल के फेसबुक आईडी पर एक पोस्ट लगी। जिसमे एक डूबते हुए आदमी का हाथ दिखा गया है। लिखा हुआ था की – अपना ख्याल रखना। शायद हम फिर कभी न मिलें।’ इस पोस्ट ने परिजनों की चिंता बढ़ा दी।

पुलिस को भी बताया। सुबह पुलिस को करोल की लोकेशन शोभासर झील के आस- पास मिली। वहां जाकर देखा तो उनकी बाइक खड़ी मिल गई। डॉग स्क्वायड को नहीं मिले निशान शोभासर जलाशय के बाहर बाइक मिलने से यह आशंका हुई कि करोल ने आत्महत्या कर ली।

उनके यहां पहुंचने के सुराग ढूंढ़ने डॉग स्क्वायड को लाया गया। डॉग स्क्वायड को यहां कुछ नही मिला। यह माना गया कि रात की बारिश और दिनभर से बहुत सारे लोगों की मौजूदगी से कदमों के निशान मिट गए होंगे।

फॉरेंसिक विशेषज्ञों की टीम भी मौके पर आई। बाइक के अलावा वहां कुछ नहीं था मतलब यह कि कपड़े, जूते, मोबाइल, घड़ी, पर्स जैसी कोई भी चीज झील के बाहर या आस- पास नहीं थी। इस टीम ने फैंसिंग को भी चैक किया ताकि यह पता लगा सके कि इसे फांदकर यहां तक पहुंचे या नहीं। फैंसिंग में बने मकड़ियों के जाले तक दिखे। ऐसे में इन्हें लांघने की आशंका कम ही लगी।

जिस शोभासर झील में करोल के डूबने की आशंका जताई जा रही है, उसका पूरा घेरा 3.25 किमी है। लगभग साढ़े छह मीटर पानी इसमें रहता है लेकिन फिलहाल 3.5 मीटर ही है। एसडीआरएफ की टीम ने दिनभर में इस झील का कोना-कोना छान मारा लेकिन यहां कोई सफलता नहीं मिली।

शोभासर जलाश के आगे जुटे भाजपा नेता, करोल के समर्थक, परिचितों की जुबान पर एक ही सवाल था? आखिर क्या वजह हो सकती है उनके इस तरह गायब होने की ?

बातों-बातों में सामने आया कि करोल कुछ समय से परेशान भी लग रहे थे। वे आईजीएनपी कॉलोनी में अपने भाई एवं परिवार के साथ रहते थे। यहां कुछ समय पहले तक दुकान चलाते थे। कुछ दिन पहले दुकान बंद करी थी।

ऐसे में बीकानेर भाजपा के नेता और करोल के परिजन पूरे दिन इस जलाशय के किनारे चिंतित बैठे रहे।

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