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ECB में फिर आंदोलन

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तीन इंजीनियरिंग कॉलेज के 230 लेक्चरर में सिर्फ एक को पदोन्नति, बाकी सब विरोध में आंदोलन पर

बीकानेर इंजीनियरिंग कॉलेज में आंदोलनों का सिलसिला खत्म ही नहीं हो रहा है। एक बार फिर यहां के लेक्चरर आंदोलन की राह पर है। गुरुवार को कॉलेज के व्याख्याताओं ने जमकर हंगामा किया और कॉलेज प्राचार्य की गाड़ी को रोककर विरोध दर्ज कराया। इस दौरान कॉलेज की पढ़ाई एक बार फिर ठप हो गई है। मुद्दा ये है कि तीन कॉलेज के 230 लेक्चरर में सिर्फ एक को परमोशन दिया गया, जबकि शेष को ठेंगा दिखा दिया।

बीकानेर इंजीनियरिंग कॉलेज सोसायटी के अधीन इस समय अजमेर के दो कॉलेज और बीकानेर के ईसीबी के करीब 230 नियमित व्याख्याता है। ये सभी इन दिनों आंदोलन की राह पर है। आन्दोलनरत लेक्चरर की मांग देने की है। इस बीच अजमेर इंजीनियरिंग कॉलेज एक एकमात्र लेक्चरर को विशेष लाभ देने का अब विरोध शुरू हो गया है। पांच सूत्रीय मांगों को लेकर इंजीनियरिंग कॉलेज बीकानेर के शिक्षक पिछले 63 दिनों से आंशिक कार्य बहिष्कार पर चल रहे थे l उक्त मांगों का समाधान करना तो दूर तकनीकी शिक्षा विभाग ने आन्दोलन को धत्ता बताते हुए किसी एक व्यक्ति विशेष की पदोन्नति करने का आदेश निकालने से लेक्चरर उग्र आन्दोलन कर रहे हैंl

कुलपति और प्राचार्य ने लिखे हैं पत्र
तीनों कॉलेजों के प्राचार्यों और बीकानेर तकनीकी विश्विद्यालय के कुलपति ने भेदभाव को उजागर करते हुए बाकी लेक्चरर की पदोन्नति की अपील भी की है। कुलपति ने पत्र में लिखा है कि स्क्रूटनी कमिटी का गठन सराहनीय है किन्तु पदोन्नति का लाभ चारों संघटक महाविद्यालय के शिक्षकों को भी दिया जाए l कुलपति ने इसकी प्रति राज्यपाल के प्रमुख सचिव, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव, और तकनीकी शिक्षा विभगा के प्रमुख सचिव को भी भेजी है l

मंत्री और शासन सचिव का पुतला फूंका
इंजीनियरिंग कॉलेज के मुख्य द्वार पर तकनीकी शिक्षा मंत्री सुभाष गर्ग और तकनीकी शिक्षा विभाग के प्रमुख शासन सचिव का पुतला फूंक कर रोष प्रकट किया गया l व्यक्ति विशेष को पदोन्नति के आदेश की प्रतियां भी फूंकी हई है l

प्राचार्य का किया घेराव
प्राचार्य डॉ. मनोज कुड़ी की कार को रोककर शिक्षकों द्वारा घेराबंदी और नारेबाजी की गयी l इस दौरान राज्य सरकार, तकनीकी शिक्षा मंत्री और तकनीकी शिक्षा सचिव के खिलाफ भी जमकर नारेबाजी हुई।

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ये हैं मांगे

  • महाविद्यालय में कार्यरत शैक्षणिक कर्मचारियों को सातवें वेतन आयोग का बकाया ऐरियर भुगतान अभी तक लंबित है।
  • गत दस वर्षों से कर्मचारियों की पदोन्नति लंबित है।
  • पूर्व में दिये गये कैरियर एंडवासमेंट स्कीम का ऐरियर भुगतान लंबित है।
  • महाविद्यालय के कार्मिकों को ओल्ड पेंशन स्कीम में सम्मलित किया जाये ।
  • महाविद्यालय में सहायक आचार्य के पद पर पदस्थापित आठ व्याख्याताओं का कैरियर एंडवासमेंट स्कीम ए.जी.पी. 5400/6000 से 7000 से सम्बधित प्रकरण लंबित है।

रेक्टा संरक्षक ओम प्रकाश जाखड़ का कहना है कि उक्त मांगे जायज हैं और राजास्थान सरकार को सुनवाई जल्दी करनी चाहिए । रेक्टा सचिव राजेंद्र सिंह शेखावत ने बताया कि राजनैतिक प्रभाव रखने वाले व्यक्ति विशेष को पदोन्नति देना गलत है।

इस अवसर पर डॉ नवीन शर्मा, डॉ धर्मेंद्र, डॉ अवधेश, डॉ विकास शर्मा, डॉ नरपत सिंह, डॉ गरिमा प्रजापत, डॉ जितेंद्र जैन, मनोज छिम्पा, डॉ राधा माथुर, सहित सभी शिक्षक शामिल रहे । रेक्टा अध्यक्ष डॉ. शौकत अली ने कहा है कि हमारा हक कैसे मिलेगा l व्यक्ति विशेष का पदोन्नति आदेश अन्याय है l सभी शिक्षकों को न्याय मिलना चाहिए l मांगे नहीं माने जाने तक आन्दोलन नहीं उठाएंगे।

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