Rajasthan soldier sacrifice
भारत-पाकिस्तान सीमा पर बढ़ते तनाव के बीच एक मार्मिक घटना राजस्थान के जयपुर जिले से सामने आई है। चाकसू विधानसभा क्षेत्र की कादेड़ा ग्राम पंचायत के बंधा की ढाणी निवासी राजाराम धनकड़, जो इस समय श्रीनगर में SSB (सशस्त्र सीमा बल) में तैनात हैं, अपने पिता के अंतिम संस्कार में शामिल नहीं हो सके।
बीते गुरुवार को राजाराम के पिता कालूराम धनकड़ का आकस्मिक निधन हो गया, जिससे पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ गई। लेकिन सीमा पर युद्ध जैसे हालात के चलते राजाराम को छुट्टी नहीं मिल सकी। वे अपने कर्तव्य पर डटे रहे और देशसेवा को प्राथमिकता दी।
भावुक क्षण: मां की आंखों में आंसू और बेटे पर गर्व
इस कठिन घड़ी में राजाराम ने फोन पर परिजनों से बात कर अपनी पीड़ा साझा की, लेकिन ड्यूटी से पीछे नहीं हटे। उनकी मां के आंसुओं में बेटे की कमी भी थी और उस पर गर्व भी। गांववासियों ने राजाराम की अनुपस्थिति में पूरे सम्मान के साथ कालूराम धनकड़ का अंतिम संस्कार किया।
चाकसू के विधायक रामवातार बैरवा ने बताया कि राजाराम जैसे सपूत देश की असली ताकत हैं। वर्तमान हालात बेहद संवेदनशील हैं और हर जवान की सरहद पर मौजूदगी जरूरी है, यही वजह रही कि राजाराम को छुट्टी नहीं मिल सकी।
देशभक्ति और परिवार का भावुक संगम
राजाराम की यह कहानी सिर्फ एक जवान की नहीं, बल्कि हर उस सैनिक की है जो देश की सुरक्षा के लिए अपने परिवार से दूर कठिन फैसले लेता है। यह घटना पूरे देश को यह याद दिलाती है कि हमारी सीमाएं सुरक्षित हैं क्योंकि कुछ बेटे अपने कर्तव्य को सर्वोपरि मानते हैं।