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अपने ही गढ़ में बुरी तरह घिर गए बेनीवाल, इस बार नहीं मिलेगा कांग्रेस का साथ?

RASHTRADEEP NEWS

लोकसभा चुनाव में शेखावाटी-मारवाड़ में बीजेपी का प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा। जबकि कांग्रेस गठबंधन ने कई सीटों जीत पर हासिल की। इसकी एक वजह आरएलपी गठबंधन के चलते जाटों का एकमुश्त वोट पड़ना भी है। नागौर लोकसभा सीट आरलपी को देने का कांग्रेस के फैसले का असर कई सीटों पर दिखा। लेकिन इस गठबंधन में दरार पड़ने की खबरें भी सामने आने लगी है। लोकसभा चुनाव जीतने के बाद आरएलपी संयोजक हनुमान बेनीवाल ने इंडिया गठबंधन की बैठक में नहीं बुलाए जाने को लेकर नाराजगी भी जाहिर की थी। साथ ही बाड़मेर सांसद उम्मेदाराम बेनीवाल के आरएलपी छोड़ कांग्रेस से चुनाव लड़ने के मामले में भी आपत्ति जाहिर करते हुए बयान दिया था

अब कांग्रेस-आरएलपी के रिश्तों की अग्निपरीक्षा नागौर जिले की खींवसर विधानसभा सीट पर उपचुनाव में होगी। क्योंकि आरएलपी से विधायक बनने के बाद बेनीवाल ने लोकसभा चुनाव भी जीता। ऐसे में सीट खाली होने के चलते उपचुनाव हो रहा है।स्वाभाविक तौर पर आरएलपी इसे अपने खाते की सीट मान रही है, लेकिन कांग्रेस के भीतर भी दावेदार चुनाव लड़ने की बात कह रहे हैं।

चुनावी तैयारियों के बीच सवाल यह भी है कि इस बार कांग्रेस और आरएलपी मिलकर चुनाव लड़ेंगे या फिर आमने-सामने होंगे? आरएलपी ने तैयारी जोरों-शोरों से शुरू कर दी है। साथ ही बेनीवाल कह चुके हैं कि मेरा गठबंधन राज्य नहीं, बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर था। जाहिर तौर पर वह कांग्रेस के सामने दावेदार उतारने से भी परहेज नहीं करेंगे। इधर, चुनावी तैयारियों के बीच कांग्रेस पार्टी की बैठक में कार्यकर्ताओं का गठबंधन को लेकर विरोध भी जारी है।vजैसे ही बैठक शुरू हुई, पार्टी नेता जाकिर हुसैन ने कहा कि हमारी खींवसर विधानसभा सीट पिछले 20 वर्षों से कमजोर है। अब समय आ गया है कि एकजुट होकर यहां संगठन मजबूत करें। साथ ही उन्होंने राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के साथ गठबंधन की बात को भी दरकिनार किया। कार्यकर्ताओं का यह भी कहना था कि जो भी साथी कांग्रेस से नाराज होकर चले गए हैं, उन्हें मनाकर पार्टी में वापसी कराई जाए।

साथ ही बता दें कि, राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के इस गढ़ में साल 2023 के चुनाव के दौरान हनुमान बेनीवाल ने कड़ी टक्कर के बावजूद चुनाव जीता था और बीजेपी प्रत्याशी रेवत राम डांगा महज 2 हजार 59 वोटों से चुनाव हार गए थे। इसके बाद लोकसभा चुनाव में बेनीवाल और ज्योति मिर्धा टक्कर हुई, जिसमें बेनीवाल ने फिर परचम लहराया।अब रेवत राम डांगा एक बार फिर तैयारी कर रहे हैं। इधर, ज्योति मिर्धा के चुनाव लड़ने की चर्चाओं के चलेत भी बीजेपी में खलबली मची हुई है।

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