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भजनलाल सरकार शहरों को बड़ी सौगात देने की तैयारी कर रही है। प्रदेश के 40 शहरों का डवलपमेंट होगा, जिस पर करीब 18500 करोड़ रुपए खर्च होंगे। इस राशि का 70 प्रतिशत यानी 13 हजार करोड़ रुपए विश्व बैंक और एशियन विकास बैंक से लोन के रूप में लिया जाएगा और बाकी साढ़े पांच हजार करोड़ रुपए राज्य सरकार वहन करेगी। खास यह है कि डवलपमेंट को इनवेस्टमेंट (निवेश) के साथ जोड़ा जा रहा है। सरकार का मानना है कि जिन शहरों में डवलपमेंट होगा, वहां ज्यादा निवेशक पहुंचते हैं। यह काम राजस्थान शहरी आधारभूत विकास परियोजना के पांचवें चरण में होगा। नगरीय विकास मंत्री इसका खाका तैयार कर रहे हैं और सीएम स्तर पर मुहर लगने के बाद प्रस्ताव आगे बढ़ेगा।
इस तरह होगा डवलपमेंट
- -पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप के आधार पर 24 घंटे पेयजल आपूर्ति।
- -सीवरेज सुविधा उपलब्ध कराने, इंडस्ट्रीयल और कृषि के लिए परिशोधित जल की उपलब्धता।
- -ठोस कचरा प्रबंधन को प्रभावी तरीके से लागू करते हुए जीरो वेस्ट मॉडल पर काम होगा।
- -बायो मेडिकल अपशिष्ट प्रबंधन और हानिकारक अपशिष्ट प्रबंधन में सुधार किया जाएगा।
- -विरासत को सहेजने, मनोरंजन सुविधाएं विकसित करने, सौन्दर्यन, चिकित्सा सुविधाएं बढ़ाने पर काम।
- -रोड लाइट के लिए सौर ऊर्जा को बढ़ावा देने, इलेक्ट्रिक वाहनों के चार्जिंग स्टेशन स्थापित करना।
- -ग्रीन हाउस गैसों के उत्सर्जन में कमी की दिशा में काम।
- -ट्रैफिक जाम से राहत दिलाने, सड़कों की री-मॉडलिंग, पार्किंग स्थलों का निर्माण।
- -बस स्टैंड डवलपमेंट, सिटी ट्रांसपोर्ट सिस्टम और इंटर सिटी ट्रांसपोर्ट सिस्टम में सुधार।
- -आरयूआईडीपी के पांचवें चरण के तहत होगा काम
इन जिलों के 26 शहर भी होंगे शामिल
- जयपुर के 12 सैटेलाइट टाउन- दूदू, चौमूं, बस्सी, बगरू, चाकसू, जोबनेर, फुलेरा, शाहपुरा, रींगस, श्रीमाधोपुर, खाटूश्यामजी, दौसा (प्रस्ताव में सीकर के शहरों और दौसा को जयपुर जोन में ही शामिल किया है)
- -जोधपुर के 4 सैटेलाइट टाउन- पीपाड़ शहर, बिलाड़ा, सोजत, बालेसर साटन
- -अजमेर के 3 सैटेलाइट टाउन- पुष्कर, किशनगढ़, ब्यावर
- -कोटा के 3 सैटेलाइट टाउन- बूंदी, कैथून, केशोरायपाटन
- -भरतपुर के 4 सैटेलाइट टाउन- कुहेर, नगर, नदबई, डीग
ये होंगे शामिल
दस संभागीय मुयालय- जयपुर, जोधपुर, भरतपुर, कोटा, अजमेर, बीकानेर, उदयपुर, पाली, सीकर और बांसवाड़ा। इनके अलावा ज्यादा जनसंया वाले शहर चूरू, श्रीगंगानगर, झुंझुनूं और टोंक।