Bikaner News
बीकानेर में इन दिनों साइबर अपराधियों का जाल तेजी से फैल रहा है। हालिया बड़ी कार्रवाई में साइबर पुलिस ने 584 बैंक खातों पर लेनदेन पर रोक लगा दी है। इन खातों का उपयोग देशभर में साइबर ठगी की रकम को इधर-उधर करने में किया जा रहा था। साइबर जांच के दौरान सामने आया कि इन खातों के मालिकों ने थोड़े से कमीशन या लालच में आकर अपने बैंक अकाउंट किसी रिश्तेदार, दोस्त या अनजान व्यक्ति को सौंप दिए थे। अब वे खुद ही कानूनी पचड़ों में फंस गए हैं।
चार आरोपियों के खातों से हुआ 5.5 करोड़ का ट्रांजेक्शन
साइबर पुलिस के मुताबिक, पकड़े गए चार मुख्य आरोपियों के खातों से अब तक करीब 5.5 करोड़ रुपए का लेनदेन हो चुका है। ये ट्रांजेक्शन देश के अलग-अलग राज्यों में दर्ज साइबर ठगी के मामलों से जुड़े पाए गए।
गिरफ्त में आए आरोपियों में शामिल हैं:
- राहुल सिंह
- मनमोहन यादव
- नाहिद अली
- गणपति राजपुरोहित (युवती)
सिम कार्ड के ज़रिए साइबर फ्रॉड का नया ट्रेंड
जांच में चौंकाने वाला खुलासा हुआ कि आरोपियों में से एक युवक सिम कार्ड बेचने का काम करता था। वह लोगों से दो बार अंगूठा लगवाकर उनके नाम पर कई सिम कार्ड निकलवाता था। इन सिम कार्ड्स का इस्तेमाल फर्जी बैंक खातों से रकम निकालने और डिजिटल ट्रांजेक्शन में किया जाता था।
युवती को गिरोह ने बनाया मोहरा
गिरफ्त में आई युवती गणपति राजपुरोहित को भी एक साइबर गिरोह ने अपने जाल में फंसा लिया। उसके नाम पर बैंक खाता खुलवाया गया, जिसे साइबर ठगी की रकम को ट्रांसफर करने के लिए इस्तेमाल किया गया।