🔴 Bikaner constable exam cheating case
राजस्थान पुलिस ने आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल कर कॉन्स्टेबल भर्ती परीक्षा में बड़ा फर्जीवाड़ा पकड़ा है। बायोमेट्रिक अटेंडेंस और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की मदद से बीकानेर में परीक्षा देने पहुंचे दो डमी कैंडिडेट्स रंगेहाथ पकड़ लिए गए। जैसे ही दोनों आरोपी परीक्षा सेंटर पर बायोमेट्रिक अटेंडेंस देने पहुंचे, सिस्टम ने उनका पुराना रिकॉर्ड ट्रेस कर लिया। जांच में सामने आया कि दोनों ने प्री डीएलएड परीक्षा भी किसी और नाम से दी थी।सदर थाना पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए दोनों आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज किया।
सदर थानाधिकारी दिगपाल सिंह ने बताया कि पकड़े गए आरोपियों में अनिरुद्ध गुर्जर पुत्र साहब सिंह, निवासी बड़ा, धौलपुरसौरभ कुमार गुर्जर पुत्र मुकेश कुमार, निवासी सामलियापुरा, तहसील राजाखेड़ा, धौलपुर शामिल हैं।
30 जून 2025 को आयोजित प्री डीएलएड परीक्षा में अनिरुद्ध ने अपने बुआ के लड़के अजय कसाना के स्थान पर परीक्षा दी थी। बायोमेट्रिक डेटा मैच होने पर यह राज सामने आया।
सौरभ गुर्जर ने बीकानेर के सेंट पब्लिक सीनियर सेकेंडरी स्कूल में कॉन्स्टेबल भर्ती परीक्षा दी थी। पूछताछ और डेटा एनालिसिस में खुलासा हुआ कि उसने प्री डीएलएड एग्जाम दो बार डमी बनकर दिया था– पहली बार दयाराम के नाम से दूसरी बार शैलेंद्र के नाम से।
पुलिस का कहना है कि बायोमेट्रिक रिकॉर्ड और एआई एनालिसिस की वजह से यह पूरा फर्जीवाड़ा सामने आ पाया। वरना आरोपी अब तक कई परीक्षाओं में डमी बनकर पास हो चुके होते।