Bikaner cylinder blast
बीकानेर के मदान मार्केट में 7 मई को हुए भीषण सिलेंडर विस्फोट के बाद अब पीड़ित दुकानदार इंसाफ के लिए पुलिस थाने और नगर निगम के चक्कर काटने को मजबूर हैं। हादसे में दुकानों के मलबे में दबा कीमती सोना-चांदी अब पुलिस की कस्टडी में है, जिसकी अनुमानित कीमत करीब 1 करोड़ रुपए बताई जा रही है। वहीं मलबे में अब भी 15-20 लाख रुपए के सोने के दबे होने की आशंका जताई जा रही है।
कोतवाली थानाधिकारी जसवीर सिंह ने बताया कि, “मलबे से तीन तिजोरियां बरामद हुईं जिन्हें पहचान और दस्तावेज जांच के बाद उसी दिन उनके मालिकों को सुपुर्द कर दिया गया। बाकी बॉक्स, थैले और गुल्लकों को फोटो सहित सुरक्षित रखा गया है। अब उनके असली मालिकों की पहचान करना चुनौती बना हुआ है। पुलिस का कहना है कि किसी भी तरह का विवाद टालने के लिए सभी दावेदारों को बुलाकर फोटो मिलान, दस्तावेज सत्यापन और आपसी सहमति से ही सामान लौटाया जाएगा। इस प्रक्रिया में वरिष्ठ अधिकारियों से भी लगातार मार्गदर्शन लिया जा रहा है।
अब तक का आकलन:
- थाने में सुरक्षित जमा सोना: लगभग 1 करोड़ रुपए
- अब भी दबा होने की आशंका: करीब 15-20 लाख रुपए का सोना
घटना की टाइमलाइन:
- तारीख: 7 मई
- समय: सुबह करीब 10:30 बजे
- स्थान: मदान मार्केट, बीकानेर
- घटना: गैस सिलेंडर ब्लास्ट के चलते कटले की डबल अंडरग्राउंड छत ढही
- मृतक: 11 (8 की मौके पर, 3 की अस्पताल में मौत)
- घायल: 1 व्यक्ति का जयपुर में इलाज जारी, हालत गंभीर
न्याय की आस में भटकते दुकानदार
धधकते सिलेंडर की भयावहता में सब कुछ गंवाने वाले दुकानदार अब अपने ही माल के लिए पहचान और प्रक्रिया के चक्रव्यूह में उलझे हैं। व्यापारियों की मांग है कि प्रशासन त्वरित और पारदर्शी कार्रवाई कर उनकी पीड़ा को समझे और राहत पहुंचाए।