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बीकानेर शहर भाजपा के लालगढ़ मंडल अध्यक्ष विनोद करोल आज घर लौट आए। उधारी से परेशान होकर उसने सुसाइड का ड्रामा किया, जिससे पुलिस सप्ताह भर तक उसे इधर-उधर ढूंढती रही। सुबह वो खुद घर लौट आया, जिसके बाद पुलिस ने राहत की सांस ली है।
सीओ सदर शालिनी बजाज ने दैनिक भास्कर को बताया कि विनोद करोल सकुशल घर आ गया है। अभी उससे पूछताछ की जाएगी कि वो इतने दिन तक कहां था और सुसाइड का ये ड्रामा क्यों किया गया। बीछवाल थानाधिकारी महेंद्र दत्त शर्मा ने बताया कि विनोद करोल सुरक्षित है और बीकानेर के आसपास के क्षेत्रों में उसने पिछले कुछ दिन गुजारे हैं।
बताया जा रहा है कि बीकानेर में बड़ी संख्या में लोगों से उधारी होने के कारण ये कदम उठाया था । करोल को कुछ लोग उधार लिए रुपए लौटाने का दबाव बना रहे थे। इसी कारण उसने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट डाली, जिसमें एक युवक पानी में डूब रहा है और उसका सिर्फ हाथ दिख रहा है। पोस्ट के साथ लिखा है कि अपना ख्याल रखना, अब शायद फिर कभी नहीं मिलेंगे।
6 दिन उसकी मोटर साइकिल भी शोभासर झील के पास मिली और मोबाइल भी वहीं पर बंद हुआ था। ऐसे में सभी को लगा था कि विनोद ने खुदकुशी करली है। ऐसे में झील में एसडीआरएफ की टीम ने दो दिन तक खोज की। यहां तक कि डॉग स्क्वायड भी दौड़ाई ताकि सुराग मिल सके। इसके बाद भी कहीं कोई खबर नहीं मिली। 48 घंटे तक झील पर तलाशी के बाद पुलिस को लगा कि वो झील में नहीं है, बल्कि जान बूझकर गायब हुआ हे। पुलिस ने ऐसे लोगों से भी पूछताछ की है, जिन्होंने रुपए के लिए उसे कॉल किया था।
करोल की लापता होने की खबर सुन कर, भाजपा ने टाल दी थी मीटिंग
जिस दिन करोल गायब हुए उस दिन भाजपा के वरिष्ठ नेता बीकानेर में थे और विधानसभा चुनाव को लेकर बड़ी मीटिंग होनी थी। इस बीच करोल के गायब होने की सूचना के चलते सभी भाजपा नेता शोभासर झील पहुंच गए। ऐसे में ये मीटिंग नही हो पाई।