






RASHTRA DEEP NEWS BIKANER। संभागीय आयुक्त के आह्वान पर स्वेच्छा से बंद रखी पान की दुकानें माह के अंतिम दिन नहीं किया तंबाकू उत्पादों का विक्रय। विश्व में ऐसा देश नहीं जहां बीकानेर की तरह विश्व तंबाकू निषेध दिवस मनाया गया। यह पूरे देश के लिए मिशाल है और प्रेरणादायक भी है। इसकी जितनी भी सराहना की जाए कम है। यह उद्गार संभागीय आयुक्त डॉ.नीरज के.पवन ने बुधवार को हुई बीकानेर पान मर्चेंट एसोसिएशन की बैठक में व्यक्त किए। उन्होंने पान मर्चेंट एसोसिएशन से जुड़ी सभी पान की दुकानों के विश्व तंबाकू निषेध दिवस पर बंद रखने और माह के अंतिम दिन दुकानों को बंद रखने के निर्णय की सराहना करते हुए कहा कि इस प्रकार से धरातल पर होते हुए काम बहुत कम दिखाई देते हैं, जो बीकानेर के पान विक्रेताओं ने किया है। बता दें कि संभागीय आयुक्त नीरज के पवन ने कुछ समय पहले ही तंबाकू निषेध दिवस पर सभी से अपने प्रतिष्ठान बंद रखने का आह्वान किया था। इस पर बीकानेर पान मर्चेंट एसोसिएशन से संबद्ध दुकानों ने बुधवार को विश्व तंबाकू निषेध दिवस और माह के अंतिम दिवस के अवसर पर स्वेच्छा से दुकानें बंद रख इस दिन को ‘नो टोबैको डे’ के रूप में मनाया। इतना ही नहीं बैठक में मौजूद करीब 350 दुकानदारों ने शपथ भी ली।


इस श्रृंखला में बुधवार को पान विक्रेताओं ने दुकानें बंद रखी और तंबाकू उत्पादों का उपयोग नहीं करने का संदेश दिया। इस प्रकार अब साल में बारह दिन नो टोबैको दिवस होंगे। इस अवसर पर संभागीय आयुक्त ने कहा कि युवा पीढ़ी को तंबाकू सेवन से दूर रखने की दिशा में एसोसिएशन द्वारा लिया गया निर्णय सराहनीय है। इस कार्य से समाज में सकारात्मक संदेश जाएगा तथा आमजन तंबाकू से होने वाली हानियों के प्रति जागरूक हो सकेंगे। उन्होंने कहा कि तंबाकू मुक्त समाज की परिकल्पना को साकार करने में प्रत्येक व्यक्ति भागीदारी अवश्य निभाएं तथा तंबाकू के दुष्परिणामों के प्रति जागरूकता में भागीदारी निभाए। बैठक में पनवाड़ियों की सभी समस्याओं से संभागीय आयुक्त को अवगत कराया गया। इस पर उन्होंने कहा कि आप प्रशासन का साथ दें, प्रशासन आपकी हर संभव सहायता करेगा। बैठक में एसोसिएशन के पुराने सदस्यों का पुनः पंजीकरण किया गया और नए सदस्यों को जोड़ा गया। इस अवसर पर संभागीय आयुक्त का एसोसिएशन के सचिव भंवरलाल जी स्वामी एवं हनुमान जी गहलोत ने शॉल ओढ़ाकर, संगठन मंत्री जेठमल जी माली ने साफा पहनाकर, श्रीफल झंवरलाल जी माली ने तथा महेश तंवर, हरिप्रसाद सेवग, उमेश सोलंकी, चंद्रप्रकाश उपाध्याय, मुकेश किराडू, रामदेव मोदी, अशोक सोलंकी , राजेश गहलोत ने स्मृति चिन्ह भेंट किया।
