Bikaner News
बीकानेर शहर के वल्लभ गार्डन क्षेत्र में एक ही परिवार के तीन सदस्यों की संदिग्ध मौत ने सनसनी फैला दी है। प्रारंभिक जांच में इसे सामूहिक आत्महत्या का मामला माना जा रहा है, लेकिन कई पहलू अब भी संदेह के घेरे में हैं।
जाने पूरा मामला
बीकानेर निवासी नितिन खत्री, उनकी पत्नी रजनी देवी और बेटी जेसिका के शव उनके घर में संदिग्ध अवस्था में मिले। नितिन का शव हॉल में फांसी के फंदे पर लटका मिला, जबकि रजनी और जेसिका के शव कमरे में फर्श पर पड़े थे। शवों की हालत देखकर अंदाजा लगाया जा रहा है कि मौत 12 से 15 दिन पहले हुई होगी।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सामने आया
नितिन खत्री की मौत फांसी लगाने से हुई है। रजनी देवी और जेसिका की मौत के कारण स्पष्ट नहीं हैं, उनके शरीर पर किसी चोट का निशान भी नहीं मिला। संदेह है कि दोनों को जहर दिया गया हो, लेकिन इसकी पुष्टि एफएसएल और विसरा रिपोर्ट के बाद ही होगी।
पुलिस को शक पैदा करने वाले सवाल
आमतौर पर आत्महत्या के मामलों में कोई न कोई संदेश छोड़ा जाता है, लेकिन इस मामले में ऐसा कुछ नहीं मिला। किसी तरह की लूटपाट या संघर्ष के निशान नहीं थे, जिससे हत्या की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता। यह सवाल खड़ा करता है कि अगर यह आत्महत्या थी, तो दरवाजा बाहर से किसने बंद किया? अब नितिन की कॉल हिस्ट्री खंगाली जा रही है, जिससे पता लगाया जाएगा कि उसने अंतिम दिनों में किससे बातचीत की थी। साथ ही, परिवार पिछले कुछ समय से न सिर्फ रिश्तेदारों, बल्कि आस-पड़ोस और सोशल मीडिया से भी कटा हुआ था।
इन दिनों हुई घटना
रसोई में मिली दूध की थैलियों पर 27 फरवरी से 1 मार्च तक की एक्सपायरी डेट थी, जिससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि यह घटना 27 फरवरी और 1 मार्च के बीच हुई होगी।
पुलिस की अगली कार्यवाही
पुलिस को विसरा रिपोर्ट का इंतजार है, जिससे मौत के सही कारणों का पता चलेगा। साथ ही, पुलिस मृतका रजनी देवी का पीहर चंडीगढ़ में है, वहां के परिजनों से भी पूछताछ होगी। नितिन की कॉल डिटेल और वित्तीय स्थिति की जांच की जाएगी, जिससे आत्महत्या के पीछे की वजह स्पष्ट हो सके।
फिलहाल पुलिस आत्महत्या के एंगल से जांच कर रही है, लेकिन कई सवाल ऐसे हैं जो इसे हत्या की ओर भी मोड़ सकते हैं। क्या नितिन ने आर्थिक तंगी और पारिवारिक तनाव के कारण आत्महत्या की? या फिर इसमें कोई और राज़ छिपा है? इन सवालों के जवाब विसरा और एफएसएल रिपोर्ट के बाद ही मिल पाएंगे।