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बीकानेर के श्रीडूंगरगढ़ के लिखमीसर दिखणादा गांव के निवासी नौरंगदास स्वामी ने सरकारी अस्पताल में अपनी पत्नी 26 वर्षीय भगवती देवी का 29 दिसबंर 2023 को ऑपरेशन करवाया था। ऑपरेशन के बाद उसकी तबीयत बिगड़ गई। उसे वापस अस्पताल में दिखाया गया। जहां डॉक्टर्स ने सरकारी अस्पताल में भर्ती नहीं किया तो बीकानेर के एक प्राइवेट अस्पताल ले गए। यहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। एफआईआर में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र श्रीडूंगरगढ़ के सर्जन डॉक्टर डीके पुरोहित व एफआरएचएस टीम के खिलाफ मामला दर्ज कराया गया है
एफआईआर में बताया गया है कि भगवतीदेवी को एक पुत्रव एक पुत्री है। जिसमें अंतिम प्रसव करीब डेढ़ वर्ष पूर्व हुआथा। उसकी पत्नी शारीरिक रूप से स्वस्थ थी और नसबंदीऑपरेशन से पूर्व टीम ने जांच रिपोर्ट में उसे ऑपरेशन के लिएपूरी तरह फिट पाया था। इसके बाद ऑपरेशन कर दिया।ऑपरेशन के चार दिन बाद अचानक भगवती की तबीयतज्यादा खराब हो गई तो उसे लेकर सीएचसी श्रीडूंगरगढ़पहुंचे। पीड़ित ने आरोप लगाया कि यहां डॉक्टरों ने उसकीस्थिति गंभीर बताते हुए भर्ती करने से मना कर दिया। इसपर बीकानेर के प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराया। आरोपलगाया गया है कि नसबंदी ऑपरेशन के दौरान लापरवाही मेंभगवती की पेट की बड़ी आंत कट गई जिससे उसके शरीर मेंअत्यधिक इंफेक्शन हो गया। आरोप है कि समय पर इलाजनहीं करने के कारण ये बीमारी जानलेवा साबित हुई। बीकानेरमें भी स्थिति नहीं सुधरने पर उसे जयपुर के प्राइवेट अस्पतालले गए लेकिन वहां भी इलाज नहीं हो सका। इस पर 21जनवरी को जयपुर के एसएमएस अस्पताल रेफर किया गया। पुलिस ने फिलहाल मामला दर्ज करके छानबीन शुरू कर दीहै।