RASHTRA DEEP NEWS। भाजपा के नए प्रदेश अध्यक्ष सी.पी. जोशी की नई टीम का गठन फिलहाल टल गया है। पहले टीम का ऐलान इस माह होना था, लेकिन कुछ विवाद और पॉलिसी निर्णयों के नहीं होने के चलते यह मामला अटक गया है। अब मोदी सरकार के 9 साल के कार्यकाल के कार्यक्रमों के चलते जुलाई से पहले नई टीम के गठन की संभावना नहीं दिख रही।पार्टी से जुड़े उच्च पदस्थ सूत्रों के अनुसार बड़े नेताओं के बीच कुछ नामों को लेकर विवाद है। ये वो नाम है, जो वर्तमान में चल रही कार्यकारिणी का ही हिस्सा हैं और उनके पास महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां हैं। नई टीम में इन पुराने चेहरों ( जिनकी संख्या चार से पांच है) को लेने और नहीं लेने पर निर्णय नहीं हो पा रहा है। कुछ नेता नई टीम को पूरी तरह से नए सिरे से बनाना चाहते हैं, जबकि संगठन में बैठे कुछ बड़े नेता यह चाहते हैं कि टीम में ज्यादा बदलाव न हो।
इस मामले में एकरुपता नहीं होने के चलते मामला फिलहाल अंतिम निर्णय पर नहीं पहुंच पा रहा है। इसके अलावा दूसरा सबसे बड़ा मुद्दा विधानसभा चुनाव है। पार्टी के प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह ने लाडनूं में हुई भाजपा प्रदेश पदाधिकारियों की बैठक में यह इशारा किया था कि जो चुनाव लड़ना चाहते हैं, उन्हें पदाधिकारी के रूप में काम नहीं करना चाहिए। लेकिन, अरुण सिंह का यह इशारा कुछ पदाधिकारियों को खटक रहा है।
पद छोड़ दिया तो टिकट मिलने में होगी मुश्किल
पदाधिकारियों का यह मानना है कि यदि अभी पद छोड़ दिया और आगे टिकट नहीं मिला तो वे कहीं के नहीं रहेंगे। ऐसे में नेताओं की यह कोशिश है कि वे किसी भी तरह पदाधिकारी बने रहें और जब चुनाव आए और टिकट मिले तो सीधे चुनाव लड़ लिया जाए। इन दो बड़े मुद्दों को लेकर ही नई टीम के गठन में देरी हो रही है। माना जा रहा है कि जुलाई में नई टीम के गठन को लेकर आलाकमान से प्रदेश के नेताओं की चर्चा होगी। इसके बाद ही नई टीम का गठन हो पाएगा।