RASHTRADEEP NEWS
प्रदेश की 11 लोकसभा सीटों पर भाजपा की हार के बाद शनिवार को प्रदेश कार्यालय में पार्टी के बड़े नेताओं ने मंथन किया। पहले दिन टोंक-सवाईमाधोपुर, दौसा, नागौर, सीकर, चूरू, झुंझुनूं और बाड़मेर सीटों पर हारे प्रत्याशियों से कारण पूछा गया। साथ ही, सीटों के प्रभारी, सह प्रभारी और क्लस्टर इंचार्ज से भी रिपोर्ट मांगी गई। मीटिंग में भाजपा राष्ट्रीय संगठक वी. सतीश, सीएम भजनलाल, प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी, लोकसभा चुनाव प्रभारी विनय सहस्त्रबुद्धे, प्रदेश सह प्रभारी विजया राहटकर व लोकसभा चुनाव सह प्रभारी प्रवेश वर्मा मौजूद थे।
फीडबैक में सामने आया कि कांग्रेस के आरक्षण समाप्त करने और किसान आंदोलन पर दुष्प्रचार करने से नुकसान हुआ। साथ ही, कुछ सीटों पर पार्टी में भितरघात हुआ। कुछ नेताओं ने भाजपा प्रत्याशियों का सहयोग नहीं किया। इससे कई विधानसभा सीटों पर भाजपा पिछड़ गई। शेष हारी सीटों पर रविवार को मंथन होगा। इसके बाद यह रिपोर्ट पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व को सौंपी जाएगी।
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी ने कहा कि,
लोकसभा चुनाव में पार्टी की परफॉर्मेंस के साथ ही आगामी योजनाओं को लेकर चर्चा हुई। मीटिंग के बाद चुनावों परिणाम को लेकर निष्कर्ष निकाला जाएगा। भाजपा के कार्यक्रमों को लेकर चर्चा की गई, सुझाव आ रहे है। मीटिंग में किरोड़ीलाल मीणा के शामिल नहीं होने की बात पर जोशी ने कहा कि कई नेता बाहर होने के कारण मीटिंग में शामिल नहीं हो पाए हैं।