





RASHTRA DEEP NEWS। प्रवर्तन निदेशालय ED ने राजस्थान में शिक्षक भर्ती परीक्षा पेपर लीक मामले में मनी लॉन्ड्रिंग मामले की जांच के संबंध में सूबे में सोमवार को कई स्थानों पर छापेमारी अभियान चलाया। इसको लेकर सियासत गरमा गई है। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ईडी की इस कार्रवाई पर नाराजगी जताई है। वहीं भाजपाने दावा किया कि राजस्थान पेपर लीक मामले में अब बड़े नाम सामने आएंगे क्योंकि केंद्रीय एजेंसियों ने अपना काम शुरू कर दिया है।
भाजपा प्रवक्ता राज्यवर्धन राठौर, ने सोमवार को गहलोत सरकार पर हमला बोलते हुए दावा किया कि राजस्थान पेपर लीक मामले में अब बड़े नाम सामने आएंगे क्योंकि केंद्रीय एजेंसियों ने छानबीन का अपना काम शुरू कर दिया है। यदि राज्य सरकार केंद्रीय एजेंसियों की जांच पर रोक नहीं लगाए तो कई कद्दावर नेताओं नाम सामने आएंगे। राज्य सरकार ने राजस्थान के युवाओं को धोखा दिया है। राज्य सरकार एक ओर बेरोजगारी और नौकरी देने की देने की बात करती है तो दूसरी तरफ बार-बार भर्ती परीक्षा रद्द हो जाती है। राज्य सरकार की जांच में केवल छोटे प्यादों के नाम सामने आते हैं। राज्य सरकार नहीं चाहती कि केंद्रीय जांच एजेंसियां इस मामले की जांच करें क्योंकि इसमें प्रदेश कांग्रेस के ‘बड़े लोग’ शामिल हैं।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी ने कहा, कि राजस्थान के युवा चाहते हैं कि पेपर लीक मामले के बड़े दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए। राजस्थान में लोग अपनी बुनियादी जरूरतों से समझौता कर के बच्चों को शिक्षित करते हैं लेकिन पेपर लीक की घटनाएं ने सभी को निराश कर देती हैं। जोशी ने दावा किया कि बोर्ड के अध्यक्ष ने मेरे सामने कबूल किया था कि वह तो केवल एक ‘मोहरा’ है। इस मामले कई बड़े लोग शामिल हैं।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा, केंद्र सरकार पर एजेंसियों का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि जिस-जिस राज्य में चुनाव करीब आते हैं वहां ईडी और आयकर की टीम पहुंच जाती है। आयकर विभाग और सीबीआई की टीमें राजस्थान में घुसने के लिए तड़प रही हैं।
