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RASHTRA DEEP। भाजपा से राज्यसभा के पूर्व सांसद और वसुंधरा समर्थक नेता रामनारायण डूडी ने मंगलवार को जोधपुर में पार्टी को बिना दूल्हे की बारात बताया। उन्होंने कहा कि राजस्थान भाजपा के अंदर बींद (दूल्हा) का अभाव है। बारात में चलना है, बींद तो है नहीं, बारात किसकी ले जा रहे हैं। जब आगे बींद होगा तो बारात होगी।
रामनारायण डूडी ने यह बात जोधपुर में भोपालगढ़ के देवरी धाम में • भाजपा बूथ सशक्तिकरण कार्यशाला के दौरान कही थी। यह कार्यशाला 3 दिन पहले हुई थी। इसका वीडियो अब सामने आया है। डूडी ने कहा कि राजस्थान में अभी बींद का अभाव है। अध्यक्षजी मेरी बात को आगे तक पहुंचा देना, अगर मेरी बात अनुशासनहीनता है तो यह बात आगे पहुंचा देना ।
कार्यशाला में डूडी ने खुलकर वसुंधरा राजे का समर्थन करते हुए कहा कि वसुंधरा राजे जब 2003 में आई थीं, तो उन्होंने पूरे राजस्थान को कदमों से नापा था। तब 200 विधानसभा में पहुंची थीं तब 121 सीटें जीतीं तो राज बना। 2002 से 2008 और 2013 से 2018 तक के उनके कार्यकाल में विकास के खूब काम हुए। किसी को देखना है तो लिस्ट निकालें, पिछली कांग्रेस सरकार व भाजपा सरकार के कार्यकाल की तुलना करके देख लो ये बात इसलिए कह रहा हूं कि नेतृत्व सक्षम होगा तो सरकार बनेगी।
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आज देश का नेतृत्व देख लीजिए। मोदीजी के नाम पर लोकसभा की सीटें आती हैं। पूरे देश में मोदी का करिश्मा है। उनके नाम पर एमपी की सीटें आती हैं। 2014 में केंद्र में कोई मुद्दा ही नहीं था, सिर्फ उनका (मोदी) करिश्मा व सक्षम नेतृत्व ही था।
2013 से 2018 तक उनके (वसुंधरा) नेतृत्व में ही 163 सीटें व एमपी की सभी सीटें आई। इस दौरान देहात जिलाध्यक्ष जगराम विश्नोई, पूर्व विधायक कमसा मेघवाल, देहात जिला महामंत्री धनराज सोलंकी, जिला उपाध्यक्ष त्रिभुवनसिंह भाटी, दयाराम शैल भी उपस्थित थे।
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शेरगढ़ में दो गुटों की खींचतान आई सामने, शेरगढ़ विधानसभा क्षेत्र में पिछले विधानसभा चुनावों के समय से चली आ रही आपसी खींचतान व गुटबाजी फिर चौड़े आ गई। शेरगढ़ विधानसभा के भाजपा कार्यकर्ताओं की बूथ सशक्तिकरण कार्यशाला में जिलाध्यक्ष मनोहर पालीवाल व पूर्व विधायक बाबूसिंह राठौड़ की मौजूदगी में कार्यकर्ता एक दूसरे से उलझ गए।
इसका वीडियो सामने आया है। जिसमें दो गुट आपस में उलझते नजर आ रहे हैं। पंचायत समिति के पूर्व सदस्य सवाईसिंह इंदा, राजेंद्रसिंह इंदा व राणा प्रतापसिंह इंदा, पृथ्वीसिंह इंदा, कैप्टन अमरसिंह और पूर्व विधायक राठौड़ के समर्थकों की पिछले चुनावों में एक-दूसरे को हराने की बात पर लेकर बहस हो गई। पूर्व विधायक बाबूसिंह राठौड़ ने भी गुस्सा दिखाया। इसके बाद पिछले लोकसभा चुनाव में भी एक गुट ने दूसरे गुट पर जानबूझकर वोटिंग प्रतिशत घटाने का आरोप लगाया।
वसुंधरा गुट एक्टिव चुनाव में अब महज 8 महीने का समय बचा है, लेकिन भाजपा में भी गुटबाजी थमने का नाम नहीं ले रही। पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे गुट के नेता काफी सक्रिय नजर आ रहे हैं और जमकर बयानबाजी हो रही है। हालांकि इन बयानों पर पार्टी की ओर से किसी भी प्रकार का स्पष्टीकरण या कार्यवाही सामने नहीं आई है।