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राजस्थान में बीजेपी का ‘नहीं सहेगा राजस्थान अभियान’ के तहत मंगलवार को राजधानी जयपुर में ‘महाघेराव’ का आह्वान किया। प्रदेश की अशोक गहलोत सरकार के खिलाफ बीजेपी ने इस प्रदर्शन में भारी भीड़ जुटाई है।


पार्टी की ओर से पेपर लीक, भ्रष्टाचार, दलित अत्याचार, बहन-बेटियों पर अत्याचार, किसान कर्जमाफी और बेलगाम अपराध पर सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला है। नहीं सहेगा राजस्थान के तहत अब तक हो रहे विरोध कार्यक्रमों में यह सबसे बड़ा प्रदर्शन है। पार्टी का दावा है कि प्रदेश के प्रमुख शहरों से ही नहीं गांव-गांव से ढाणी-ढाणी से बड़ी संख्या में लोग जयपुर पहुंचे थे।


स्टैच्यू सर्किल पर कार्यकर्ता और पुलिस के बीच हुआ संघर्ष, बीजेपी कार्यकर्ता पार्टी मुख्यालय से कूच कर स्टैच्यू सर्किल पहुंचे थे। पुलिस ने बेरिकेड्स से भीड़ को रोक लिया। कुछ कार्यकर्ता बेरिकेड्स तोड़कर सचिवालय की ओर बढ़े। करीब 600 से ज्यादा पुलिस के जवान यहां तैनात किए गए हैं।


महाघेराव छाई लाल डायरी, राजस्थान भाजपा की ओर से जयपुर में सचिवालय घेराव कार्यक्रम में विवादास्पद ‘लाल डायरी’ भी छाई रही। मंच पर जहां बड़ी सी तस्वीर लगाई गई। वहीं प्रदर्शन के दौरान सांसद से लेकर कार्यकर्ताओं के हाथों में भी लाल डायरी देखी गई। अलवर सांसद बालकनाथ भी बस के ऊपर हाथ में लाल डायरी लेकर लहराते हुए नजर आए।

राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने सरकार पर लगाया तुष्टिकरण का आरोपजयपुर में सचिवालय घेराव से पहले बीजेपी कार्यालय के बाहर सभा को राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने संबोधित किया। उन्होंने केंद्र सरकार की योजनाओं का जिक्र किया तो साथ ही राज्य सरकार पर जमकर आरोप भी लगाए। उन्होंने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि राजस्थान सरकार अपराधियों पर डंडा नहीं चलाती है बल्कि तुष्टिकरण की राजनीति करती है।

बीजेपी बीकानेर शहर और देहात से यह नेता हुए महाघेरव में शामिल, शहर जिला अध्यक्ष विजय आचार्य, देहात जिला अध्यक्ष जालम सिंह भाटी, नोखा विधायक बिहारी लाल बिश्नोई, डा विश्वनाथ मेघवाल, अखिलेश प्रताप सिंह, महावीर रांका,भगवान सिंह मेड़तिया, ताराचन्द सारस्वत, शम्भू गहलोत, राजेंद्र शर्मा, युवा मोर्चा देहात अध्यक्ष जसराज सिंवर, युवा मोर्चा शहर अध्यक्ष वेद व्यास, गोकुल जोशी, महीला मोर्चा अध्यक्ष सुमन छाजेड, जेठमला नहाटा, शिखर चंद डागा, रमेश पारीक, भवानी पालीवाल,पार्षद जितेन्द्र सिंह भाटी, गजेंद्र सिंह भाटी, मदन सोनी, पवन स्वामी, भव्य दत्त भाटी, देव किशन कुमावत, हुलाश भाटी, महेश मुंड, सेवाई सिंह, देवी सिंह, दिलीप पूरी, सुधा आचार्य, नरेश नायक, मोहन सुराना, श्याम सिंह हाडला, श्याम पंचारिया, कीसान मोर्चे अध्यक्ष श्याम चोधरी आदि मौजूद रहे।