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भाजयुमो प्रदेशाध्यक्ष शर्मा पायलट पर साधा निशाना…


RASHTRA DEEP। भारतीय जनता युवा मोर्चा के प्रदेशाध्यक्ष हिमांशु शर्मा ने कहा कि कांग्रेस सरकार जनता की अपेक्षाओं पर कतई खरा नहीं उतरी। गहलोत व पायलट की कुर्सी की लड़ाई में जनता पीसी है। अब जनता माफ करने वाली नहीं है। सदा-सदा के लिए कांग्रेस को विदा कर देगी। अब सचिन पायलट सड़क पर आकर विरोध करने लगे हैं। इन्हीं पायलट को ये सब मुद्दे तब याद नहीं आए जब वे डिप्टी सीएम थे। अब बीजेपी के कंधे पर बूंदकर रख चला कुर्सी पाना चाहते हैं। लाखों युवाओं से जुड़ा रीट मामला था। तब सचिन पायलट सड़क पर नहीं आए। जनता सब समझती है। ये खेल कुर्सी का है। प्रदेशाध्यक्ष हिमांशु शर्मा अलवर शहर विधायक संजय शर्मा से जिला अस्पताल में मिलने आए थे। जिनको एक दिन पहले जनाक्रोश प्रदर्शन के दौरान पुलिस की लाठी पड़ने से चोट लगी है। इसके बाद दैनिक भास्कर से खासत बातचीत की। आप भी जानिए बीजेपी युवा मोर्चा के अध्यक्ष के जवाब।

एसपी ने कहा कि लाठीचार्ज नहीं किया गया? आप क्या कहेंगे?अगर एसपी ने कहा कि लाठी चार्ज नहीं हुआ। यह सरासर झूठ है। वहां जो कुछ हुआ वीडियो के माध्यम से उपलब्ध है। बर्बरतापूर्वक पार्टी के नेता संजय शर्मा पर लाठीचार्ज किया गया। यह लाठीचार्ज भी अकारण किया गया। जो संविधान व कानून के विपरीत है। क्या जनप्रतिनिधियों को अपनी आवाज उठाने का अधिकार नहीं है।

भाजयुमो प्रदेशाध्यक्ष बनने से क्या पार्टी में युवाओं की तकदीर बदलने वाली है। पार्टी लंबे से समय से युवाओं को टिकट देती रही है। अब सीपी जोशी को प्रदेश की कमान दी है। वे भी युवा चेहरे ही हैं। संगठन व सरकार में भी कम उम्र के लोगों को खूब मौका दिया है। पार्टी पहले भी युवाओं का ख्याल रखती आई है।

जिला अस्पताल में सांसद के साथ अलवर शहर विधायक संजय शर्मा से मिलने पहुंचे थे युवा मोर्चा के प्रदेशाध्यक्ष हिमांशु शर्मा।

कांग्रेस में युवाओं की शिकायत रहती है कि उनकी ही सरकार में कार्यकर्ताओं की नहीं सुनी जाती है। क्या आपकी पार्टी में भी ऐसा है?
कांग्रेस में संगठन ही नहीं है। वो एक परिवार है। भाजपा एक राजनीतिक दल ही नहीं बल्कि पूरा बड़ा परिवार है। मेरे सवा दो साल के अनुभव से कह सकता हूं कि हमारी पार्टी में पूरी सुनवाई होती है।

आपकी पार्टी में भी गुटबाजी चरम पर रही है। वसुधंरा राजे व पूनिया के कार्यक्रम में दूरियां रही हैं? यह पिक एंड चूज करने वाला सवाल है। वैसे बहुत से कार्यक्रम में पार्टी के सब नेता एक मंच पर रहते हैं। यहां किसी तरह की गुटबाजी नहीं है। पार्टी के एक अध्यक्ष का कार्यकाल पूर्ण होने के बाद दूसरे अध्यक्ष का आना तय होता है। बीजेपी में दायित्वों का हस्तांतरण आसानी से होता है। ऐसा ही बीजेपी के अध्यक्ष के रूप में बदलाव हुआ है। नए अध्यक्ष आए हैं। उनके नेतृत्व में प्रचंड बहुमत में सरकार बनेगी।

आगे चुनाव कमेटी का चेयरमैन कौन बनना चाहिए? यह संगठन का मसला है। इस मामले में युवा मोर्चा कुछ नहीं कह सकता है । मुझे लगता है कि इलेक्श्न कमेटी के मामले में पार्टी का निर्णय होगा वहीं सर्वमान्य है । सब कमल के फूल को देखते हैं। हमारा एक ही लक्ष्य है कि कांग्रेस को राजस्थान से सदा सदा से विदा करते हैं।

आप क्या सोचते हैं पायलट अपनी जगह सही या नहीं ? देखिए राजनेताओं का मूल्यांकन तत्काल किया जाना संभव नहीं है। ये प्रत्येक राजनेता के लिए हैं। मेरा आज का काम का मूल्यांकर कार्यकर्ता करते हैं। मैं यह कह सकता हूं कि सचिन पायलट ने अब धरना दिया है। इनके संगठन में गुटबाजी को दर्शाता है। दूसरी बात अक्सर कहता हूं कि कांग्रेस की गुटबाजी से लेनादेना नहीं है। लेकिन गुटबाजी से राजस्थान की जनता को सुशासन नहीं मिल रहा। कोरोना में भी सरकार होटलों से चल रही थी । सब विधायक इस्तीफा देकर चले जाएं। इस गुटबाजी के कारण ही उनका धरना देना पड़ा है। लेकिन मैं कहना चाहता हूं कि ये सब मुद्दे पायलट को उस समय क्यों याद नहीं आए जब वे डिप्टी सीएम थे। बीजेपी के कंधे पर बंदूक रखकर नहीं चलानी चाहिए। रीट के लीक पेपर के मामले में वे सड़क पर क्यों नहीं आए। ये दर्शाता है कि ये युवाओं के मुददों के लिए सड़क पर नहीं आए। ये खेल कुर्सी का है।

आपकी पार्टी ने सरकार गिराने की खूब कोशिश की थी? हमारी सरकार ने कोई सरकार गिराने की कोशिश नहीं की। गहलोत एक वरिष्ठ नेता हैं। लेकिन वे राजस्थान की जनता को सुशासन नहीं दिया। राजस्थान की जनता आक्रोशित है। अब जनता की आवाज उठाने पर हमले किए जाने लगे हैं।

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