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यूपी की तर्ज पर इलाके की पुलिस ने अब बुलडोजर से सरकारी भूमि पर काबिज नशे के कारोबारियों के पक्के निर्माण को निशाना बनाया है। शुक्रवार को श्रीगंगानगर के मीरा चौक के पास अशोकनगर बी छजगरिया बस्ती में पुलिस जाब्ते के साथ पुलिस अधिकारियों का इशारा मिलते ही अवैध मादक पदार्थ के तीन कारोबारियों के मकानों और ठिकानों को जेसीबी से साफ कर दिया। कब्जा मुक्त सरकारी भूमि की कॉमर्शियल कीमत तीन करोड़ रुपए आंकी गई है।
पांच दिन पहले भी इसी बस्ती में पुलिस दल ने नशे के तस्कर आकाश उर्फ बिलियां के यहां कब्जा तोड़ा था। इसी कारोबारियों के दूसरे मकान में भी पुलिस ने कब्जा मुक्त करने की मुहिम में प्रहार किया। पुलिस प्रशासन ने जिले में पिछले छह दिनों में कुल आठ जगहों पर बुलडोजर चला कर नशे तस्करों की ओर से किए कब्जे को मुक्त कराया गया है।
पुलिस अधीक्षक गौरव यादव ने बताया कि पुलिस महानिदेशक उत्कल रंजन साहू के आदेश पर चलाए जा रहे इस अभियान के तहत यह प्रक्रिया अपनाई गई। एसपी यादव ने बताया कि अवैध मादक पदार्थों की तस्करी की रोकथाम और अवैध धंधा में संलिप्त व्यक्तियों की सूचना आई थी। इसमें यह बताया गया कि मौसम विभाग ओवरब्रिज से मीरा चौक तक मुख्य रोड पर छजगरिया मोहल्ला अशोकनगर बी में आकाश उर्फ बिल्ला पुत्र किशन छजगरिया, शेरा छजगरिया पुत्र संतासिंह छगजरिया, सोमा पत्नी मंगल छजगरिया और शंटी पुत्र सुखा छजगरिया ने सडक व सरकारी भूमि पर कब्जा करके मकान बना रखे हैं। इन मकानों में अवैध चिट्टा विक्रय करने, छुपाने और नशेडी प्रवृति के लोगों को चिट्टा का सेवन करवाने के लिए इस्तेमाल किए जाते हैं। इससे आमजन पर दुष्प्रभाव पड़ रहा है। इन लोगों की ओर से करीब तीन करोड़ रुपये कीमत की
व्यवसायिक सरकारी भूमि पर अवैध अतिक्रमण करके तीन आवासीय मकान बना रखे है, कोर्नर पर पहला मकान आकाश उर्फ बिल्ला पुत्र किशन छजगरिया ने बनाया हुआ है। इसके चिपता दूसरा मकान सोमा छजगरिया की ओर से कब्जा कर बनाया हुआ है। सोमा देवी और इसके दामाद शेरा छजगरिया ने अवैध चिट्टा विक्रय करने, छपाने और नशेडी प्रवृति के लोगेां को चिट्टा का सेवन करवाने के लिए इस्तेमाल कर रहे है। इन मकान के पास तीसरा मकान शन्टी पुत्र सुखा छजगरिया का है, इस आरोपी शंटी ने भी सरकारी भूमि पर कब्जा कर यहां मकान बना लिया।इस संबंध में नगर परिषद से संपर्क कर सीओ सिटी बी आदित्य की अगुवाई में जवाहरनगर थानाधिकारी और अन्य पुलिस बल और नगर परिषद अमले के साथ दबिश कर वहां कब्जा मुक्त करने की प्रक्रिया अपनाई।