Rajasthan News Toady
राजस्थान के झालावाड़ में हुए दर्दनाक स्कूल हादसे के बाद प्रदेश में शिक्षा की दुर्दशा पर गहरा सवाल खड़ा हो गया है। एक तरफ जहां शिक्षा को मंदिर कहा जाता है, वहीं दूसरी ओर इन “मंदिरों” की हालत अब डराने लगी है। इसी को देखते हुए माध्यमिक शिक्षा निदेशालय ने सभी सरकारी और निजी विद्यालयों को लेकर सख्त दिशा-निर्देश जारी किए हैं।
शिक्षा निदेशक सीताराम जाट के आदेश अनुसार
राज्य के किसी भी जिले में भारी वर्षा की स्थिति में जिला कलेक्टर स्थानीय प्रशासन के साथ समन्वय कर दो दिन का अवकाश घोषित कर सकते हैं, लेकिन यह केवल विद्यार्थियों के लिए मान्य होगा।
शिक्षक और नॉन-टीचिंग स्टाफ को विद्यालय में उपस्थित रहना अनिवार्य होगा। यदि स्कूल भवन असुरक्षित है, तो वैकल्पिक सुरक्षित स्थानों पर कक्षाएं संचालित की जाएंगी।
हर स्कूल की होगी सुरक्षा जांच
अब राज्य के हर स्कूल का भवन सुरक्षा ऑडिट अनिवार्य किया गया है। किसी भी हालत में असुरक्षित भवन में विद्यार्थियों को बैठाना पूरी तरह प्रतिबंधित रहेगा।
अफसरों की छुट्टियों पर लगी रोक
विद्यालयों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए शिक्षा निदेशालय ने विभागीय अधिकारियों व कर्मचारियों की छुट्टियां तत्काल प्रभाव से रद्द कर दी हैं। बिना पूर्व अनुमति कोई भी अधिकारी मुख्यालय नहीं छोड़ सकेगा।