गाे पूजन कर सेवा का लिया संकल्प

मंगलवार काे गाेपाष्टमी का पर्व गाेशालाओं में धूमधाम से मनाया गया। गायाें की पूजा कर उनकी सेवा का संकल्प लिया। गायाें की श्रद्धा में दीपक जलाए गए। 56 प्रकार की सब्जियां व फल उन्हें पराेसा गया। गीताजी के पाठ भी उनके लिए किए गए।
मुरली मनोहर गाेशाला, भीनासर में लोट्स डेयरी के प्रमुख अशोक मोदी ने विधि-विधान से गाय माता का पूजन किया। पंडित महेंद्र व्यास ने मंत्रोचारण करके गाे पूजन करवाया। इस दाैरान मुरली मनोहर धोरे से पधारे संतों ने गीताजी के पाठ किए। संत मघाराम महाराज ने गोपाष्टमी पर्व पर की महत्ता बताई। किशन दास महाराज ने बताया कि गाय व श्रीकृष्ण के बीच के संबंध काे बताया।
पूजन में श्री मुरली मनोहर गाेशाला के अध्यक्ष जगदीश प्रसाद सारडा, दुर्गाप्रसाद मीमाणी, नरेन्द्र डागा, गोकुल सारडा, हरिकिन सुथार आदि शामिल हुए। इसी तरह गोवत्स आशीष शास्त्री ने गोपाष्टमी पर 56 प्रकार के फल और सब्जियां गायाें काे खिलाई। उन्हाेंने कहा कि गायाें के खाई जाने वाली सब्जियाें व फलाें का संग्रह कर उन्हें पराेसा गया। मिलन गहलाेत ने बताया कि गायत्री आश्रम के महंत रामेश्वरा नंद महाराज, पंडित भूरमल शास्त्री ने मंत्राेच्चार किया।
बीकानेर गाेशाला संघ, राष्ट्रीय गाय आंदोलन राजस्थान के संयुक्त तत्वावधान में श्री तुलसी गाेशाला तुलसी सर्किल पर लम्पी रोग में दिवंगत हुई गो माताओं के लिए एक दीपक दिवंगत गाे माता के नाम दीपदान कार्यक्रम रखा गया। संघ के अध्यक्ष सूरजमालसिंह नीमराणा ने बताया कि इस दाैरान 7 नवंबर 1966 को बलिदान हुए गाे भक्तों को भी श्रद्धांजलि दी गई।
कार्यक्रम में मनोज कुमार सेवग, संयोजक पार्षद अनूप गहलोत, प्रेम सिंह घुमांदा, गोविंद स्वरूप महाराज, पार्षद विनोद कुमार, सूरज प्रकाश राव, निर्मल कुमार बरड़िया आदि शामिल हुए। श्री बीकानेर कच्ची आढ़त व्यापार संघ की ओर से गो चिकित्सालय में गाय माता के लिए हवन किया गया। इसमें प्रभु दयाल डूडी, चेतराम थालौर, ओम प्रकाश धारणीया, रामेश्वर लाल जाखड़,मोतीलाल सेठिया आदि शामिल हुए।