Devi Singh Bhati Bikaner
पूर्व सिंचाई मंत्री देवी सिंह भाटी ने नन्दीशाला सच्चियाय गौ-सेवा समिति मण्डल, गोगड़ियावाला (तहसील बज्जू) से जुड़े गंभीर भ्रष्टाचार के आरोपों को लेकर प्रशासन और पशुपालन विभाग पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि भ्रष्ट पदाधिकारियों को संरक्षण देकर प्रशासन हमें धरना देने के लिए मजबूर कर रहा है।
भाटी ने आरोप लगाया कि, उन्होंने दिनांक 30 मई, 5 जून और 9 जून 2025 को तीन अलग-अलग पत्रों (क्रमांक 1048-49, 1050-58, 1059-67) के माध्यम से नन्दीशाला समिति की अनियमितताओं की शिकायत संबंधित विभागों को दी थी। इसके बावजूद संयुक्त जांच कमेटी की रिपोर्ट के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई। साथ ही, उन्होंने यह भी दावा किया कि 20 जून को होने वाली जांच का पूर्वाभास चोरों को पहले ही दे दिया गया, जिससे यह केवल एक “नाटक” बनकर रह गई है।
पूर्व मंत्री भाटी ने कहा, बीकानेर जिले में राज्य सरकार द्वारा अनुदानित 176 गौशालाएं हैं, जिनके निरीक्षण और अनुदान की प्रक्रिया के लिए जिला कलेक्टर, जिला परिषद के CEO और पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक की कमेटी बनाई गई है। लेकिन, आज तक किसी भी गौशाला की ईमानदारी से जांच नहीं की गई। उनकी शिकायतों के बाद कुछ गौशालाओं में दिखावे के लिए गौधन इकट्ठा कर संख्या पूरी की गई, लेकिन ये सिर्फ एक आंखों में धूल झोंकने का प्रयास है। उन्होंने प्रशासन पर आरोप लगाया कि वह गौ-सेवा की आड़ में हो रहे भ्रष्टाचार पर आंख मूंदे बैठा है।
भाटी ने चेतावनी दी कि यदि समय रहते गोगड़ियावाला नन्दीशाला समिति के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई, तो गौ-प्रेमियों के साथ धरने पर बैठने के लिए वे मजबूर होंगे।