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10वीं व 12वीं की परीक्षा में फर्जीवाड़े का खुलासा, 2 सरपंचों सहित 20 जनों की जगह परीक्षा दे रहे थे डमी कैंडिडेट…

RASHTRADEEP NEWS

स्टेट ओपन स्कूल की 10वीं और 12वीं की परीक्षा में बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है। एक ही केंद्र पर 20 डमी अभ्यर्थियों को पुलिस ने पकड़ा है। आलमसर गांव के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में स्टेट ओपन कक्षा 10वीं की हिंदी व कक्षा 12वीं की जीवन विज्ञान की शनिवार काे परीक्षा थी।

इस दौरान वीक्षक को संदेह होने पर उन्होंने केंद्राधीक्षक को सूचना दी कि इनमें डमी परीक्षार्थी होने का संदेह है। इसके बाद एक कमरे में परीक्षार्थियों की तलाशी ली तो चार-पांच अभ्यर्थियों के डमी केंडिडेट होने का खुलासा हुआ। इस पर केंद्राधीक्षक ने पूरे केंद्र पर सभी परीक्षार्थियों की जांच शुरू की। जांच के दौरान कई परीक्षार्थियों ने डमी केंडिडेट होना मान लिया तो कइयों ने नहीं माना।

इस पर केंद्राधीक्षक ने धनाऊ थानाधिकारी को सूचना दी। पुलिस ने मौके पर पहुंच कर सभी संदेहास्पद अभ्यर्थियों से सख्ती से पूछताछ की तो 20 डमी परीक्षार्थियों ने दूसरे की जगह परीक्षा देना स्वीकार किया। इसमें 11 पुरुष व 9 महिला परीक्षार्थी डमी मिले। इनमें से 17 डमी अभ्यर्थियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया और 3 विधि से संघर्षरत नाबालिग को संरक्षण में लिया गया है। प्रकरण की जांच चौहटन डीएसपी कर रही हैं। आलमसर केंद्र पर ओपन परीक्षा के दौरान इसी गांव के मौजूदा सरपंच मिठनशाह पुत्र आग मो. शाह की जगह डमी अभ्यर्थी हनीफ पुत्र सुमार निवासी दीनगढ़ व अली मोहम्मद शाह की बस्ती सरपंच सफूरा की जगह डमी अभ्यर्थी नसीबा खान पुत्र खमीशा खान को पकड़ा है। राउमावि आलमसर के केंद्राधीक्षक जबरसिंह ने बताया कि सभी कमरों की जांच के दौरान 20 डमी अभ्यर्थी पकड़े गए।

इसके बाद धनाऊ पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस ने बीस अभ्यर्थियों से पूछताछ की तो सभी ने दूसरे की जगह परीक्षा देना स्वीकार किया।एएसपी नितेश आर्य ने बताया कि धनाऊ ब्लॉक के आलमसरिया गांव की सरकारी स्कूल में एक साथ 20 फर्जी अभ्यर्थी एग्जाम देने की सूचना मिली थी। धनाऊ पुलिस ने स्कूल पहुंचकर फर्जी अभ्यर्थियों को डिटेन किया। केंद्राधीक्षक की रिपोर्ट पर धनाऊ थाने में मामला दर्ज किया है। माना जा रहा है कि पंचायतीराज चुनाव नजदीक है, ऐसे में गांवों में सरपंच, पंचायत समिति व जिला परिषद सदस्य बनने के लिए दौड़-भाग शुरू हो गई। पूर्ववर्ती सरकार के समय सरपंच पद के लिए 8वीं और पंचायत व जिला परिषद सदस्य के लिए 10वीं तक शिक्षित होना अनिवार्य किया था। हालांकि इसके बाद प्रदेश सरकार ने इस नियम को रद्द कर दिया था।

अब वापस भाजपा सरकार में इस नियम के लागू होेने की संभावनाओं के कारण स्टेट ओपन परीक्षा से 10 और 12वीं पास करने के लिए महिला-पुरुष डमी अभ्यर्थी के जरिए पास होने के लिए जुटे है। एक ही सेंटर पर 20 अभ्यर्थियों को दूसरे की जगह परीक्षा देते हुए पुलिस ने डिटेन किया है।

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