यह अद्भुत नजारा करमीसर रोड स्थित फूल नाथ तालाब का है, जहां देव उठनी एकादशी के अगले दिन यानी शनिवार को एक साथ 15 हजार दीयों से दीपदान किया गया। दीयों की रोशनी से जगमग इस बावड़ी का निर्माण सन 1696 में गोपाल मूंधड़ा के पौत्र रघुनाथ मूंधड़ा ने करवाया था। ध्यान न देने के कारण इस बावड़ी की दुर्दशा हो रही है। इसके चारों ओर अतिक्रमण हो चुके हैं, वहीं आसपास गंदगी के ढेर लगे हैं। देखभाल न करने के कारण करीब पांच सौ वर्ष पुरानी विरासत का स्वरूप बिगड़ रहा था। इसको देखकर वैद्यनाथ महादेव भक्त मंडल सेवा समिति ने इसके संरक्षण की जिम्मेदारी उठाई। जनसहयोग से बावड़ी की मरम्मत करवाई। शनिवार को जयगोपाल पुरोहित और प्रेम कुमार व्यास की टीम ने यहां दीपदान करने में सहयोग किया।