Israel Iran Conflict
मिडल ईस्ट में तनाव अपने चरम पर पहुंच चुका है। इजराइल-ईरान संघर्ष को 10 दिन बीत चुके हैं और हालात लगातार बिगड़ते जा रहे हैं। रविवार देर रात इजराइली एयरफोर्स ने ईरान के शाहरुद में स्थित बैलिस्टिक मिसाइल इंजन निर्माण फैक्ट्री पर सटीक बमबारी कर दी। खास बात यह है कि यह ठिकाना इजराइल से करीब 2000 किलोमीटर दूर था। बावजूद इसके इस हमले में फैक्ट्री की कई अहम मशीनें और जरूरी उपकरण तबाह हो गए।
इजराइल यहीं नहीं रुका। उसने तेहरान, केरमांशाह और हमादान में भी एयरस्ट्राइक कर ईरान को एक स्पष्ट संदेश दिया है: खतरा कहीं भी हो, इजराइल पहुंचेगा जरूर। दूसरी ओर, अमेरिका ने भी इस संघर्ष में खुलकर एंट्री कर ली है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने ईरान में सत्ता परिवर्तन को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा: अगर मौजूदा ईरानी सरकार ‘ईरान को फिर से महान’ नहीं बना सकती, तो सत्ता परिवर्तन क्यों नहीं?
क्या आगे बढ़ेगी जंग?
विशेषज्ञों का मानना है कि इजराइल और अमेरिका की यह संयुक्त कार्रवाई ईरान को सामरिक और राजनीतिक रूप से कमजोर करने की रणनीति का हिस्सा है। आने वाले दिनों में इस संघर्ष के और भी गंभीर रूप लेने की आशंका है।