कार्तिक पूर्णिमा पर सांख्य प्रणेता कपिल मुनि की तपोस्थली कोलायत के कपिल सरोवर में 8 नवंबर को मेला भरेगा। मेला तीन दिन चलेगा। पूर्णिमा की शाम को कपिल सरोवर के 76 घाटों पर महाआरती की जाएगी। इस महाआरती की जिम्मेवारी इस बार कोलायत तहसील की ग्राम पंचायतों को सौंपी जाएगी। इसके अलावा मेले की पूर्ण संध्या पर पर्यटन विभाग की ओर से सांस्कृतिक संध्या होगी जिसमें रौबीलों के साथ-साथ जिलेभर के कलाकार प्रस्तुतियां देंगे।
तीन दिवसीय मेले का आगाज झंडारोहण से होगा। इसके बाद साधु-संतों की शोभायात्रा निकाली जाएगी। कोलायत मेले के दौरान बर्तन मेला, पशु मेले का भी आयोजन किया जाएगा। विदित रहे कि कोलायत मेले के दौरान कपिल सरोवर के किनारे दो धर्मों के लोग पहुंचते हैं। सिख समाज के लोग यहां प्रकाशोत्सव के लिए पहुंचते हैं तो हिंदू धर्म के लोग कपिल सरोवर में डुबकी लगाने पहुंचते हैं।
75 बीघा में फैली कमल बेल को साफ करने में खर्च होंगे 14 लाख रुपए
80 बीघा में फैले कमल सरोवर के 75 प्रतिशत हिस्से में कमल बेल फैल चुकी थी। मेले से पहले सरोवर की सफाई कराने के लिए अजमेर के आना सागर झील की सफाई करने वाली डी-वीडिंग मशीन को बुलवाया गया है। यह मशीन प्रतिदिन के 30 हजार रुपए ले रही है। कांग्रेस नेता झंवरलाल सेठिया ने बताया कि मशीन प्रतिदिन 8 घंटे तक सरोवर की सफाई कर रही है। सरोवर के 80 प्रतिशत हिस्से को कमल बेल मुक्त कर दिया गया है। अगले सप्ताह तक सरोवर साफ-सुथरा हो जाएगा।
मेले की तैयारियों को लेकर बैठक 1 नवंबर को
मेला प्रभारी एसडीएम प्रदीप कुमार ने बताया कि मेले को लेकर तैयारियां शुरू हो गई है। एक नवंबर को कोलायत में संभागीय आयुक्त नीरज के. पवन की अध्यक्षता में मीटिंग होंगी जिसमें मेले के दौरान होने वाले कार्यक्रमों पर चर्चा की जाएगी। दोपहर को एक बजे होने वाली इस मीटिंग में यह भी तय किया जाएगा कि कौन-कौन सी व्यवस्था किस-किस विभाग को दी जाएगी। कोलायत मेले के लिए उपखंड प्रशासन के अलावा पंचायत समिति और ग्राम पंचायत भी व्यवस्थाओं में जुटी हुई है।