Bikaner News
बीकानेर जिले के देशनोक में पुल हादसे के पीड़ित परिवारों को न्याय दिलाने की मांग को लेकर संघर्ष समिति का अनिश्चितकालीन धरना रविवार को भी कलेक्ट्रेट परिसर में जारी रहा। समिति ने सोमवार, 22 अप्रैल को बीकानेर बंद का आह्वान किया है। इसके तहत देशनोक के साथ कोलायत, नापासर और नोखा में भी बाजार बंद कराए जाएंगे।
पूर्व कैबिनेट मंत्री गोविंदराम मेघवाल ने कहा कि, बीकानेर बंद पूरी तरह शांतिपूर्ण रहेगा। वहीं धरने के समर्थन में आज 25 लोगों ने क्रमिक भूख हड़ताल भी शुरू कर दी है।
भाजपा नेता डॉ. सुरेन्द्र सिंह शेखावत ने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को पत्र भेजकर 19 मार्च को देशनोक ओवरब्रिज हादसे में जान गंवाने वाले सैन समाज के मृतकों के परिजनों को आर्थिक सहायता और आश्रितों को सरकारी नौकरी देने की मांग की है।
संघर्ष समिति के प्रवक्ता ओम प्रकाश सैन ने बताया कि, बीकानेर बंद को सफल बनाने के लिए अलग-अलग टीमें बनाकर दुकानदारों से समर्थन मांगा जा रहा है। केशकला बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष महेन्द्र गहलोत ने जिले के सर्वसमाज से इस न्याय संग्राम में साथ आने का आह्वान किया।
प्रदेश सचिव रामनिवास कूकणा ने कहा, “जिन परिवारों के चुल्हे बुझ गए, अगर उन्हें न्याय के लिए भी संघर्ष करना पड़े, तो यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। अब आर-पार की लड़ाई लड़कर ही पीड़ितों को न्याय दिलाया जाएगा।”
धरने के दौरान हरीराम गोदारा, प्रभुदयाल सारस्वत, रामगोपाल विश्नोई, आनंद सिंह, नीतिन मारु, सुनील भाटी, शंभु मारु, बाबूलाल सैन, महेन्द्र सिंह भादू, श्रीराम पंवार, जयनारायण मारु, शिवजी नेता और महेन्द्र सिंह चारण सहित कई गणमान्य लोग मौजूद रहे।