बीकानेर शहर में सीवरेज, सफाई और आमजन से जुड़े कार्यों के लगातार बढ़ती जा रही अयवस्थाओं के मुद्दे पर आज निगम महापौर सुशीला कंवर राजपुरोहित ने सर्किट हाउस में मीडियाकर्मियों से मुखातिब हुई। महापौर ने निगम आयुक्त गोपालराम बिरड़ा पर मनमानी करने, भ्रष्टाचार, अमर्यादित व्यवहार व मंत्री बी.डी. कल्ला के संरक्षण से निगम के कार्यों में जानबूझकर रोड़े अटकाने के आरोप लगाए। महापौर ने कहा मंत्री जी का संरक्षण पाकर निगम आयुक्त विधि विरुद्ध कार्यों से निगम के कार्यों में रोड़े अटका रहे हैं जिससे बीकानेर की जनता के सफाई और निगम से जुड़े अन्य कार्यों में व्यवधान आ रहा है और बीकानेर की जनता इससे त्रस्त है।
महापौर ने वादों में ट्रैक्टर ट्रॉली के माध्यम से कचरा परिवहन, घर-घर कचरा संग्रहण व्यवस्था, शहर में सीवरेज व्यवस्था, आवारा पशु पकडऩे, आवारा श्वानों की नसबंदी पंपिंग स्टेशन के संचालन, वार्डों में जारी कार्यों की निविदाएं निरस्त करने को लेकर भी निगम आयुक्त गोपाल राम बिरड़ा पर भ्रष्टाचार के आरोप और मंत्री बीडी कल्ला पर के संरक्षण का आरोप लगाए।
हो सकती है श्रीडूंगरगढ़ जैसी घटना की पुनरावृति
महापौर ने कहा कि अगर जिला प्रशासन राजस्थान सरकार इस संबंध में पूर्व में दी गई शिकायतों पर भी अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है। अगर निगम आयुक्त के विरूद्ध कार्रवाई नहीं की गई तो 7 दिन बाद बीकानेर की जनता के साथ एक बड़ा जन आंदोलन करेंगे जिसकी सारी जिम्मेदारी सरकार और जिला प्रशासन की होगी। साथ ही महापौर ने कार्रवाई न होने के दशा में गत दिनों श्रीडूंगरगढ़ में हुई घटना का हवाला देते हुए वैसी ही पुनरावृति बीकानेर में होने तक की चेतावनी दे डाली। हालांकि कानून हाथ में लेने के सवाल पर थोड़ा डिफेसिंव होते हुए उन्होंने से सारा मामला जनाक्रोश से जोड़ते हुए अपना बचाव किया और जनता द्वारा आयुक्त को धक्के मारकर बाहर करने की बात कही।
30 साल पुराने अखबार को बनाया साक्ष्य
महापौर ने मीडियाकर्मीयों को 20 जुलाई 1989 के एक अखबार की कटिंग दिखाते हुए बताया की मंत्रीजी पर अधिकारियों के संरक्षण के ये आरोप नये नहीं हैं, 1989 के इस अखबार में भी मंत्रीजी पर तत्कालीन अधिकारी के सरंक्षण का आरोप लगाया गया है। मंत्री बी.डी. कल्ला अपने राजनीतिक स्वार्थों की पूर्ति के लिए बीकानेर की जनता को भी भूल गये हैं।
आयुक्त पर महापौर व पार्षदों से दुव्र्यव्हार के आरोप
महापौर ने कहा की आयुक्त गोपाल राम बिरड़ा निगम के राजनीतिक सरंक्षण के चलते निगम के कार्यों में तो बाधा बन ही रहें हैं साथ ही महिलाओं एवं जनप्रतिनिधियों से व्यवहार की मर्यादा भी भूल गये हैं। आयुक्त पर कार्यालय में पार्षदों के साथ ही खुद महापौर के साथ भी अभ्रद व्यवहार करने के आरोप महापौर ने लगाये।
जनता के बीच महापौर व निगम की छवि को धूमिल करने का प्रयास
महापौर ने कहा कि पिछले छह माह में आयुक्त गोपालराम बिरड़ा द्वारा नगर निगम बीकानेर की व्यवस्था को जानबूझ कर ठप किया गया है। हर महत्वपूर्ण कार्यक्षेत्र जैसे राजस्व, सफाई, प्रबंधन, आवारा पशु पकडऩा, आवारा श्वान, सीवरेज, कचरा परिवहन, घर-घर कचरा संग्रहण आदि सभी क्षेत्रों में अव्यवस्थाएं की जा रही है ताकि जनता के बीच महापौर व नगर निगम की छवि को भूमिल किया जा सके। महापौर ने कहा कि राजनैतिक संरक्षण में राजस्थान की सर्वोच्च प्रशासनिक सेवा के अधिकारी द्वारा इस तरह राजनैतिक षड्यंत्र का भागीदार बनकर जनता ारा चुने हुए बोर्ड और महापौर की छवि को धूमिल करने के प्रयास में पूरे शहर की जनता को परेशान करना उचित नहीं है।