RASHTRADEEP NEWS
आज श्रीडूंगरगढ़ विधायक ताराचंद सारस्वत ने राजस्थान विधानसभा में राज्य में पेयजल पर विचार में बोलते हुए कहा कि श्रीडूंगरगढ़ विधान सभा में कुल 117 गांव व कस्बा आता है।विधानसभा क्षेत्र में सभी पेयजल योजनाएं भूजल पर आधारित है और भूजल स्तर लगातार नीचे गिरता जा रहा है।
विधायक सारस्वत ने बताया कि, इस क्षेत्र में भूजल स्तर 300 से 500 मीटर गहरा चला गया है गिरते भूजल स्तर के कारण पूर्व में बने ज्यादातर नलकूप सूख गए हैं जिससे आमजन को पेयजल की समस्या का सामना करना पड़ रहा है। इसके निवारण के लिए वर्तमान में नए नलकूपों की बड़ी आवश्यकता बनी हुई है। वर्तमान में किसी भी निजी संवेदक (ठेकेदार) के पास विभाग का कोई कार्य आदेश नहीं है जिससे कि नलकूपों का निर्माण करवाया जा सके। भूजल विभाग के पास पर्याप्त क्षमता की मशीनें भी उपलब्ध नहीं है। जिससे नलकूपों का निर्माण का करवाया जा सके। कि पूरे विधानसभा क्षेत्र में पीने के पानी की भयंकर समस्या है। आप के माध्यम से निवेदन है कि भूजल विभाग को कम से कम 5 नई मशीनें जो कि कॉम्बिनेशन प्रकार की हो व 2000 फीट तक रोटरी एवं DTH भेदने की क्षमता कार्य कर सके ऐसी मशीन विभाग को लानी होगी जिससे राजकोष की भारी बचत होगी। मशीनों को पूरे जिले में अन्य विकास कार्यों में काम में लिया जा सकता है। पिछले 6 माह से स्वीकृत हुआ एक भी नलकूप नहीं खुदा है और पुराने नलकूप सूख चुके है। पूरे विधानसभा क्षेत्र में पेयजल की भारी समस्या उत्पन्न हो गई है।
विधायक सारस्वत बताया कि, पिछली कांग्रेस सरकार ने जिला स्तर पर एकल ठेकेदार को निविदा के कार्य आदेश दिए, जिससे ठेकेदार ने अपनी मोनोपॉली चलाई उसके पास एक ही ड्रीलिंग मशीन होने के कारण कार्य में अनावश्यक विलम्ब किया। विधायक सारस्वत सदन में बोलते हुए कहा कि अतः आगे से मेरा आपके माध्यम से मंत्री जी से निवेदन है कि अगर ठेका देना हो तो उपखण्ड वार निविदा जारी करने हेतु अधिकारियों को निर्देश जारी करें ताकि अनेक संवेदक भाग ले सके एवं मोनो पॉली को समाप्त किया जा सके और नलकूपों का निर्माण शीघ्र हो सके अतः आपसे निवेदन है कि पेयजल समस्या कि जल्दी से जल्दी कार्यवाही करवाने की मांग की है।