Bikaner Crime News
बीकानेर के मुक्ताप्रसाद नगर के शांत माहौल को उस समय सनसनी ने घेर लिया, जब एक मकान में बुज़ुर्ग दंपती के शव संदिग्ध हालात में बरामद हुए। 67 वर्षीय आर्मी रिटायर्ड श्रीगोपाल वर्मा और उनकी पत्नी निर्मला वर्मा (60) की हत्या की आशंका के चलते इलाके में तनाव का माहौल है। घटना के विरोध में भाजपा नेता अशोक प्रजापत के नेतृत्व में परिजनों और समाज के लोगों ने पीबीएम अस्पताल की मोर्चरी के बाहर धरना शुरू कर दिया है।
धरनार्थियों की मांग है कि, जब तक हत्यारों की गिरफ्तारी नहीं होती और पूरा घटनाक्रम स्पष्ट नहीं किया जाता, तब तक शवों का पोस्टमॉर्टम नहीं करवाया जाएगा। प्रजापत ने पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि कई घंटे बीत जाने के बाद भी पुलिस न तो केस की स्पष्टता कर पाई है और न ही किसी को गिरफ्तार।
दंपती के गुड़गांव निवासी पुत्र ने स्पष्ट रूप से हत्या की पुष्टि करते हुए बताया कि
माता-पिता की जान लेने वाला कोई परिचित ही है, जिसकी जानकारी पहले ही पुलिस को दी जा चुकी है। उन्होंने बताया कि घर का सारा सामान अस्त-व्यस्त था और चोरी के संकेत भी स्पष्ट रूप से मिल रहे हैं। घर का मुख्य गेट बाहर से बंद था और भीतर खून बिखरा हुआ था।
तीन दिन पुरानी है वारदात? शवों की हालत से खुला राज
मकान नंबर 4/13 में मिले शवों की हालत देखकर विशेषज्ञों ने आशंका जताई कि मौत दो से तीन दिन पहले ही हो चुकी थी। फर्श पर खून फैला था, शव अकड़े हुए और काले पड़ चुके थे। पड़ोसियों के अनुसार मंगलवार को जब घर से दुर्गंध आने लगी और काफी देर तक बुज़ुर्ग दंपती से संपर्क नहीं हो पाया, तब उन्होंने पुलिस को सूचना दी।
मामले की गंभीरता को देखते हुए एफएसएल, एमओबी और डॉग स्क्वायड की टीमों को मौके पर बुलाया गया। एसपी कावेंद्र सिंह सागर व एएसपी सिटी सौरभ तिवाड़ी ने स्वयं घटनास्थल का जायज़ा लिया। पुलिस ने मकान में रहने वाले किरायेदार को संदिग्ध मानते हुए उसकी तलाश शुरू कर दी है, क्योंकि घटना के बाद से वह लापता है।