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प्रदेश जैसी आबोहवा वाले देशों में होने वाली हाइटेक खेती के गुर सीखने वाले प्रगतिशील किसानों के लिए अच्छी खबर है। राज्य उद्यान आयुक्तालय ने नॉलेज एनहांसमेंट प्रोग्राम में विदेश भ्रमण जाने वाले किसानों की पात्रता शर्तों में बदलाव करते हुए योजना की अंतिम तिथि को बढ़ा दिया है। किसान किसी ई-मित्र पर जाकर राज किसान साथी पोर्टल पर 25 सितंबर तक आवेदन सकते है। आवेदन की अंतिम तिथि बढ़ने से अब प्रदेश के दस कृषि संभागों के चयनित किसानों को फायदा होगा और वे विदेश जाकर कम भूमि और कम पानी में अधिक मुनाफा देने वाली तकनीकों की जानकारी ले सकेंगे।
सरकार ने योजना में कई सकारात्मक बदलाव किए हैं। इसमें योजना में चयनित किसानों के लिए आयु सीमा पांच साल बढ़ा कर 55 वर्ष कर दी गई है। वहीं लाइव स्टॉक व कृषि डिप्लोमा करने वाले किसानों को स्नातक उपाधि के समान माना जाएगा। हालांकि न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता दसवीं कक्षा पास ही रहेगी। दो या दो ज्यादा किसानों के समान स्कोर होने पर अधिक आयु वाले किसान तरजीह दी जाएगी। दस साल से पशुपालन से जुड़े पशु पालक के पास बीस गाय, भैंस डेयरी, दस ऊंट या पचास भेड़ बकरी होनी चाहिए। किसान को पहले जिला या राज्य स्तर पर पुरस्कर मिल चुका हो। दस सालों से किसानों से जुड़ी संस्था का सदस्य या एफपीओ का सदस्य हो। उसके खिलाफ कोई मुकदमा नहीं होना चाहिए।
महिला किसानों का प्रतिनिधित्व बढ़ाने के लिए एक हेक्टेयर भूमि की न्यूनतम अनिवार्यता को हटा कर अजा, अजजा व महिला किसानों के लिए आधा हेक्टैयर भूमि की शर्त रखी गई है। इन वर्ग की किसानों को पांच प्रतिशत बोनस स्कोर भी मिलेगा। इससे प्रगतिशील महिला किसानों को योजना का लाभ मिल सकेगा। योजना से भरतपुर, भीलवाड़ा, बीकानेर, जयपुर, जालोर, जोधपुर, कोटा सीकर, उदयपुर और श्रीगंगानगर खंड क्षेत्र के जिलों के किसानों को मिलेगा। विदेश प्रशिक्षण के चयन के लिए खंडवार आवंटित लक्ष्यों में से 75 प्रतिशत कृषकों का चयन किया जाएगा। 25 प्रतिशत किसानों का चयन राज्य सरकार के स्तर पर होना है।