Pahalgam terror attack 2025
पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़े तनाव के मद्देनजर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में पाकिस्तान के अनुरोध पर एक क्लोज-डोर बैठक आयोजित की गई। सोमवार को करीब डेढ़ घंटे तक चली इस गोपनीय बैठक में कोई ठोस नतीजा नहीं निकला, न ही कोई बयान जारी हुआ और न ही कोई प्रस्ताव पारित हुआ। जिससे पाकिस्तान की अंतरराष्ट्रीय मंच पर किरकिरी हो गई।
पाकिस्तान के स्थायी प्रतिनिधि असीम इफ्तिखार ने दावा किया कि बैठक आयोजित होना ही हमारी कूटनीतिक जीत है, लेकिन हकीकत इससे कोसों दूर नजर आई। यूएनएससी की इस बैठक में पाकिस्तान ने एक बार फिर अपने पुराने राग को दोहराते हुए जम्मू-कश्मीर को अंतरराष्ट्रीय विवाद के रूप में पेश करने की असफल कोशिश की।
झूठे दावों की झड़ी लगाई पाकिस्तान ने
बैठक के दौरान पाकिस्तान ने भारत पर कई बेबुनियाद आरोप लगाए। असीम इफ्तिखार ने भारत द्वारा सिंधु जल संधि को निलंबित करने को गैरकानूनी बताया और कहा कि इससे क्षेत्रीय शांति को खतरा है। इसके अलावा, पाकिस्तान ने भारत के आतंकवाद विरोधी कड़े रुख, अटारी बॉर्डर को बंद करने और राजनयिक संबंधों में कटौती को क्षेत्र में अस्थिरता फैलाने वाला कदम बताया।
यूएन महासचिव की चेतावनी के बाद हुई बैठक
यह बैठक संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस के उस बयान के बाद हुई जिसमें उन्होंने चेताया था कि भारत-पाकिस्तान के बीच हालात हाल के वर्षों में सबसे तनावपूर्ण स्थिति में हैं। हालांकि, बैठक में पाकिस्तान की ओर से उठाए गए मुद्दों पर UNSC की ओर से कोई समर्थन नहीं मिला।
भारत की चुप्पी, पाकिस्तान की फजीहत
इस बैठक के बाद न तो संयुक्त राष्ट्र ने कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया दी और न ही किसी सदस्य देश ने पाकिस्तान के आरोपों का समर्थन किया। ऐसे में पाकिस्तान की यह कोशिश एक बार फिर दुनिया के सामने नाकाम साबित हुई।